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________________ भौगोलिक स्थिति ५२१ 'मण्डल' से रेवा तथा नर्मदा दोनों नदियाँ नीचे की ओर एक होकर बहती हैं। डे महोदय ने नर्मदा और रेवा को एक ही माना है ।' १७. पारा-पारा, अवन्ती, कुन्ती तीन नदियाँ चर्मण्वती की ही उपनदियाँ हैं । हेमचन्द्र के अनुसार यह सिन्धु नदी में मिलती है । १८. भोगावती-बाजपेयी के अनुसार यह गंगा की ही एक उप-नदी है। किन्तु डे ने इसे बलख से सम्बद्ध किया है ।५ १९. शारावती-सरकार के अनुसार यह नदी भारत के पूर्वी तथा उत्तरी प्रान्तों को विभक्त करती है। २०. शोण- इसे 'स्वर्णनदी' भी कहते हैं । अमरकण्टक पर्वत मालाओं से निकल कर यह पटना के समीप गंगा में मिल जाती। 'हिरण्यवाह', 'हिरण्यवाहिन्' आदि इसकी अपर संज्ञाएं हैं । २१. सिन्धु१०-'इन्डस' नदी के नाम से प्रसिद्ध सिन्धु नदी चिनाब के साथ संगम होने पर सिन्धु कहलाती है। 'पञ्चनद' तथा 'मिहरान' इसके अपर नाम हैं। इसके तीरस्थ भाभीर तथा मुषिक देश 'सिन्ध' के नाम से प्रसिद्ध हैं। 'सिन्धोः सप्तमुखानि' से सिन्धु की सात उपनदियों अथवा इसकी सात धाराओं का भी अर्थ लिया जाता है। २२. सिप्रा१२-मालवा में स्थित उज्जयिनी से होकर बहती है। 3 १. Gupta, Geog. in Ind. Ins., p. 265; Dey, Geog. Dic., p. 168 २. द्धया०, ७.३५ 3. Narang, Dvayāśrayakāvya, p. 167 ४. द्वया०, ६.६२ ५. Bajpai, Geog. Ency., Pt. I, p. 68 ६. द्वया०, ६.६२ ७. Sircar, D.C., Studies in the Geog., p. 55 ८. द्वया०, ५.१२१ ६. Gupta, Geog. Ind. Ins., p. 266 १.. द्वया०, १.६८ ११. Dey, Geog. Dic., p. 186; Gupta, Geog. in Ind. Ins., p. 266 १२. द्वया०, १४.२७, धर्म० १७.३७ 83. Dey, Geog, Dic., p. 187
SR No.023198
Book TitleJain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohan Chand
PublisherEastern Book Linkers
Publication Year1989
Total Pages720
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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