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ज्ञाताधर्मकथांग में प्रतिपादित धर्म-दर्शन संदर्भ
37. ज्ञाताधर्मकथांग 2/1/31 1. सप्तभंगगीतरंगिणी, पृ. 2
जैन तत्त्व विद्या (खण्ड-1), पृ. 21 2. ज्ञाताधर्मकथांग 1/5/47
39. तत्त्वार्थ सूत्र 2/39 3. वही 1/5/48
40. ज्ञाताधर्मकथांग 1/8/141 तत्त्वार्थ सूत्र- 5/29
41. वही 1/1/68-69 वही 5/37
42. जैन तत्त्व विद्या (खण्ड-1), पृ. 21-22 ज्ञाताधर्मकथांग 1/5/50
43. समवायांग, सूत्र 152 वही 1/12/24
ज्ञाताधर्मकथांग 1/16/29-32 वही 1/16/15
45. वही 1/13/23
46. वही 1/16/30-33 वही 1/13/26, 1/5/45
47. वही 1/1/183 10. वही 1/12/8
48. वही 1/1/183 11. वही 1/12/16-20
49. वही 1/1/214 12. जिणधम्मो, पृ. 420 13. ठाणांग 9/676
50. वही 1/8/162-163 14. ज्ञाताधर्मकथांग 1/5/7,12, 1/19/5
51. वही 1/16/228 15. वही 1/14/27,33, 1/16/66
52. वही 1/2/52 16. वही 1/6/5
53. वही 1/1/215 17. वही 1/5/20
54. वही 1/8/22-23 18. जिणधम्मो, पृ. 83
55. वही 1/8/31 ज्ञाताधर्मकथांग 1/5/24
56. वही 1/9/58 वही 1/8/9
57. वही 1/1/69 21. वही 1/14/37
58. वही 1/16/175-178 22. वही 1/13/32
59. वही 1/14/50-52 23. वही 1/5/24
60. वही 1/3/4, 2/1/10 24. वही 1/14/28
61. वही 1/1/203, 1/5/7 25. जिणधम्मो, पृ. 83
62. वही 1/8/26 ज्ञाताधर्मकथांग 1/13/23
63. वही 1/8/14 27. जिणधम्मो, पृ. 83
64. वही 1/5/12 28. ज्ञाताधर्मकथांग 1/5/35
65. समवायांग, सम.- 34 29. वही 1/15/12
66. ज्ञाताधर्मकथांग 1/8/192 30. गोम्मटसार (जीवकांड), गाथा-488
67. वही 1/5/7 31. तत्त्वार्थवार्तिक 2/6वां सूत्र, वार्तिक सं. 8 68.
68. वही 2/1/14 32. ज्ञाताधर्मकथांग 1/1/175, 189, जैन धर्म ।
69. समयसार, 6-7 का मौलिक इतिहास, भाग-2, पृष्ठ 405
70. एवं खु पएसी अम्हं समणाणं समणाणं 33. वही 1/16/10
निग्गंथाणं पंचविहे नाणे पण्णत्ते, 34. मोक्षशास्त्र, पृ. 16
तंजहा-अभिणि वोहियनाणे, सुयनाणे, 35. ज्ञाताधर्मकथांग 1/1/212
ओहिणाणे, मणपज्जवणाणे केवलणाणे। 36. जिणधम्मो, पृ. 295
-राजप्रश्नीय सूत्र-165
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