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________________ ज्ञाताधर्मकथांग में राजनैतिक स्थिति कनकरथ17 तैतलिपुर कनकध्वजा तैतलिपुर जितशत्रु चम्पानगरी कनककेतु अहिच्छत्रा नगरी द्रुपदरी काम्पिल्यपुर पाण्डु राजा हस्तिनापुर सेल्लक चम्पा नगरी शिशुपाल24 शुक्तिमती नगरी दमदंत हस्तीशीर्ष धर राजा मथुरा सहदेव राजगृह रुक्मि राजा कौण्डिन्य नगर कीचक विराटनगर पद्मनाभ अमरकंका पाण्डुसेन पाण्डुमथुरा कनककेतु हस्तीशीर्ष महापद्म पुण्डरीकिणी पुण्डरीक पुण्डरीकिणी कंडरीक पुण्डरीकिणी नंदिराजा चम्पानगरी कृष्ण वासुदेव राजा द्वारवंतीनगरी उग्रसेन राजा द्वारवंतीनगरी युधिष्ठर राजा कपिल वासुदेव राजा पूर्वार्ध धातकी खण्डीय चम्पानगरी ये सभी राजा अपने-अपने राज्य के सर्वोच्च अधिकारी थे। राजा का स्वरूप, गुण, अधिकार एवं कर्तव्य ज्ञाताधर्मकथांग में नामांकित राजाओं के स्वरूप व गुणों का उल्लेख करते हस्तिनापुर 189
SR No.023141
Book TitleGnatadharm Kathang Ka Sanskritik Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShashikala Chhajed
PublisherAgam Ahimsa Samta evam Prakrit Samsthan
Publication Year2014
Total Pages354
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
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