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86.
90.
85. उत्तराध्ययन, 36.66
व्या. सू. 15.1.138, 33.1 87. वही, 25.5.45-46 88. जीवाजीवाभिगमसूत्र, प्रतिपत्ति 5, उद्देशक 2, सूत्र 338-339 89. व्या. सू. 1.1.6
वही, 2.1.6 91. वही, 1.1.6 92. वही, 1.1.6 93. वही, 7.3.1-2 94. वही,33.1.7-16 95. वही, 1.2.7 96. वही, 1.2.7 97. वही, 1.3.14 98. वही, 16.2.5 99. वही, 6.1.10 100. आचारांग, सम्पा. मुनि मधुकर 1.1.2.15-17, 1.1.5.45 101. तत्त्वार्थसूत्र, 2.14 102. व्या. सू. 15.1.138 103. वही, 1.1.6 104. वही, 12.3.2 105. व्या. सू. 13.4.1-5 106. वही, 6.1.4-7 107. वही, 1.5.12 108. वही, 1.5.28 109. वही, 1.1.6 110. उत्तराध्ययन, 19.48-50 111. व्या. सू. 15.1.138 112. 'तिविहे जोणीसंगहे पण्णत्ते, तं जहा-अंडया पोयया सम्मुच्छिमा - वही, 7.5.2 113. उत्तराध्ययन, 7.12.23 114. जैन, सुदर्शनलाल- उत्तराध्ययन एक परिशीलन, पृ. 110 115. गीता, 9.21 116. व्या. सू. 1.1.6 117. वही, 12.6.8 118. व्या. सू. 25.1.4
जीव द्रव्य
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