________________
न करें? इन पापमय भोगी कपड़ों का त्याग करना सामायिक का अंग क्यों न कहा जाय? बारह व्रत सामायिक के अंग हैं, अतएव इन वस्त्रों का त्याग भी सामायिक है। त्याग द्वारा अपने भाइयों पर अनुकम्पा करना धर्म है। त्याग को जीवन में जितना स्थान मिलेगा, जीवन उतना ही कल्याणमय बनेगा।
२१२ श्री जवाहर किरणावली