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खंति स्त्री. (क्षान्ति) शान्ति, क्षमा, उपशम, सहनशीलता ।
गइ स्त्री. (गति) गति, आधार, खंध पुं. (स्कन्ध) कन्धा
चलन, देवादि चार गति खग्ग पुं. (खड्ग) तलवार
गंगा स्त्री (गङ्गा) नदी का नाम खण पुं. (क्षण) क्षण, कालविशेष
गंभीर वि. (गम्भीर) गंभीर, गहरा, खमा स्त्री. (क्षमा) क्षमा, क्रोध का
गण पुं. (गण) समूह, समुदाय, अभाव, शान्ति, धीरज, पृथ्वी
यूथ, थोक खमासमण पुं. (क्षमाश्रमण) साधु,
गणहर पुं. (गणधर) गणधर, गणी क्षमाप्रधान मुनि
गणि पुं. (गणिन्) गणधर, गणी खल वि. (खल) दुष्ट , अधम, दुर्जन गब्भ पं (गर्भ) गर्भ खलु अ. (खलु) = अवधारणा,
गयंद-गइंद पुं. (गजेन्द्र) उत्तम निश्चय, पुनः, फिर, पादपूर्ति और
हाथी, ऐरावण वाक्य की शोभा के लिए भी इसका
गयण नपुं. (गगन) आकाश प्रयोग होता है।
गय पुं. (गज) हाथी खलिअ (वि.) (स्खलित) पड़ा
गरिट्ठ वि. (गरिष्ठ) ज्यादा बड़ा हुआ , भूला हुआ ।
गरिहा स्त्री. (गर्हा) निंदा , घृणा जुगुप्सा खलिअ नपुं अपराध
गरुल पुं. (गरुड़) पक्षिराज, गरुड़ खसर पुं. नपुं. (दे. कसर) रोग
पक्षी, यक्ष विशेष, भवनपति देवों की विशेष, खस, खाज
एक जाति , सुपर्णकुमार देवों का इन्द्र | खिप्पं अ. (क्षिप्रम्) शीघ्र, तुरन्त,
गव्व पुं. (गर्व) मान, अभिमान, जल्दी
अहंकार खीण झीण-छीण वि. (क्षीण) क्षय
गविअ वि. (गर्वित), अभिमानी, गर्विष्ठ प्राप्त, कंगाल , जीर्ण, दुर्बल
गहिअ-गहीअ वि. (गृहीत) उपात्त, खीर-छीर नपुं. (क्षीर) दूध
स्वीकृत खु-हु- अ. (खलु) निश्चय, वितर्क,
गाण नपुं. (गान) गीत, गाना अवधारण, संभावना, आश्चर्य,
गाम पुं. (ग्राम) गाम विस्मय, संदेह
गावी (गौः) गाय खडडओ (क्षल्लक) छोटा साधु गिरि पं. (गिरि) पर्वत खेत्त नपुं. (क्षेत्र) आकाश, जमीन, गिला (ग्लै) ग्लान होना, बीमार होना खेत
गिह नपुं. (गृह) घर
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