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________________ आओ संस्कृत सीखें 52 यामः पाठ- 11 अदादि दूसरा गण 1. द्विष् और आकारांत धातु के अन् ह्यस्तनी (तृतीय पुरुष बहुवचन) का विकल्प से उस् (पुस्) होता है। ... 2. उस् (पुस्) प्रत्यय पर अंत्य आ का लोप होता है । उदा. या + उस् अ + या + उस् = अयुः, अयान् या = जाना धातु परस्मैपदी के रूप वर्तमाना यामि यावः याथ: याथ यात: यान्ति ह्यस्तनी अयाम् अयाव अयाम अया: अयातम् अयाताम् अयुः, अयान् विध्यर्थ यायाम् यायाव याया: यायातम् यायात यायाताम् यासि याति अयात अयात् ___#FREE FE यायाम यायात् यायुः आज्ञार्थ याव याम यात याताम् यानि याहि यातम् यातु यान्तु 3. व्यंजन से प्रारंभ होनेवाले वित् प्रत्ययों पर दूसरे गण के धातुओं के अंत्य उ का औ होता है। यु + ति = यौति ।
SR No.023124
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages366
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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