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[3] मोगा :नं. ३५ | भूपधातु | 14/मर्थ पुरुष क्यन| ५६ | गए | साहो अर्थ । 1. | अवमन्येध्वम् | अव+मन् | विध्यर्थ | २ | 3 | मा.५/ અવજ્ઞા કરવી 2. | लोथाः । लङ्घ | विध्यर्थ | २ | १ मा.५.| १ | ઓળંગવું 3. | विलिख्यन्ताम् | वि+लिख् | माशार्थ | 3 | 3 | ५.५. | ६ દોરવું 4. | लज्जेरन् । लज्ज | विध्यर्थ | 3 | 3 1.५. १ ext पामवी 5. | निर्दिश्येयाताम् |नि+दिश् | विध्यर्थ | 3 | २ | 3.५. | ६ | निर्देश ४२वो [4] भूटती विगतो :નં. મૂળધાતુ (ગણ કાળ/અર્થ પુરુષ વચન પદ પ્રયોગ રૂપ | અર્થ 1. सह् | १ | विध्यर्थ | १ | 3 मा.५. तार| सहेमहि | सडे 2.| उप+दिश् | ६ | माशार्थ | २ | २ .५. भाला उपदिश्येथाम् |७५द्देश आपको 3. | संस् | १ | विध्यर्थ | 3 | १ मा.५. उतरि सेत । २Q [5] 340331 :
[6] पाली ४यान पायो :
1. परित्यजामि - आशंसे 1. चिन्तयतु - याचताम् 2. परित्यजावः - आशंसावहे 2. चिन्त्येताम् - याच्येताम्
याच्येताम् | 3. परित्यजानि - आशंसै 3. चिन्तयेव - याचेवहि
| 4. पर्यत्यजन् - आशंसन्त 4. चिन्तयेतम् - याचेयाथाम् | 5. परित्यजेयम् - आशंसेय 5. चिन्तयेत् - याचेत 6. चिन्तयेम
[7] पाली ४यान पालो :-- याचेमहि
આજ્ઞાર્થ ___- विध्यर्थ 7. चिन्तयसि - याचसे
| 1. वप - वपेः 8. चिन्तयाव - याचावहै
2. असानि
- स्याम् 9. चिन्तयावः - याचावहे 10. अचिन्तयाम - अयाचामहि
3. क्रियै - क्रियेयम् 11. अचिन्तयतम् ___- अयाचेथाम्
4. उञ्छ - उञ्छे: 12. चिन्तयाम - याचामहै
5. आह्वयन्तु - आह्वयेयुः 13. चिन्त्यामहै - याच्यामहै
[8] पाटी याना वालो :14. अचिन्तयताम् ___ - अयाचेताम् 1. करोतु - कुरुताम् 15. चिन्त्यस्व - याच्यस्व 2. स्याव - स्याम 16. चिन्तयत - याचध्वम् । 3. अशुष्यत् - अशुष्यताम् 17. चिन्तयति - याचते | 4. चोरयेतम् - चोरयेत 18. चिन्तयन्ति - याचन्ते । 5. अगर्जः - अगर्जतम्
* स२६ संस्कृतम् - 3
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पाठ-१/१८