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उपाध्यायन पदोनी भावना माटे नमस्कार पदोना अर्थ ॥ ( ८३ ) -२५ लोगस्सनो काउस्सग्ग करवो, जापपद ओ ही नमो उवज्झायाणं " जप आ दिवसे श्री उपाध्याय पदमां जेम विशेष लीनता थाय तेम श्री उपाध्यायना गुणोनुं ध्यान स्मरण विशेष करवुं.
शेष तमाम विधि पूर्वनी माफक जाणवो. मात्र भव्य जीवोना महान उपकारक श्री उपाध्यायजी भगवाननुं नीलवर्णे ध्यान करवानुं होवाथी मंगनी दाना द्रव्यनुं आयंबिल कर उचित छे,