________________
16. अहिंसा (प्रथम भाग) (संपूर्ण गांधी वाङ्मय खण्ड-दस), गांधीजी विश्वनाथ शर्मा, कमलापति
त्रिपाठी (अन्य), प्रथम-2.10.48, जयनाथ शर्मा, काशी विद्यापीठ प्रकाशन विभाग, बनारस
छावनी 18. अहिंसा (तृतीय-भाग) (संपूर्ण गांधी वाङ्मय खण्ड-दस), गांधीजी विश्वनाथ शर्मा, कमलापति
त्रिपाठी (अन्य), जून, 1949, जयनाथ शर्मा, काशी विद्यापीठ प्रकाशन विभाग, बनारस छावनी 19. अहिंसा (चतुर्थ-भाग) (संपूर्ण गांधी वाङ्मय खण्ड-दस), गांधीजी विश्वनाथ शर्मा, कमलापति
त्रिपाठी (अन्य) नवम्बर, 1949, जयनाथ शर्मा, काशी विद्यापीठ प्रकाशन विभाग, बनारस छावनी 20. Non-Violent Revolution, Acharya J. B. Kripalani, Feb.1938, Vio & Co. Publishus
Ltd. 8, Round Building, Bombay 21. अनुभव का उत्पल, आचार्य महाप्रज्ञ, 1999, जैन विश्व भारती, लाडनूं 22. अहिंसा तत्त्व दर्शन, मुनि नथमल छगनलाल शास्त्री, अगस्त-1960, तृतीय-1988, आदर्श
साहित्य संघ, चूरू (राज.) 23. अहिंसा उवाच आचार्य महाप्रज्ञ मुनि मोहजीत कुमार, 2004, जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा,
3, पोर्चुगीज चर्च स्ट्रीट, कोलकाता 24. अहिंसा के अछूते पहलु, युवावार्य महाप्रज्ञ मुनि दुलहराज, धनंजय कुमार, तृतीय मार्च-1989,
जैन विश्व भारती, लाडनूं (राज.) 25. अहिंसक समाज संरचना, मुनि नथमल, अ.भा. अणुव्रत समिति, 210, दीनदयाल उपाध्याय
मार्ग, नई दिल्ली 26. अहिंसा के संदर्भ में, आचार्य महाप्रज्ञ मुनि मोहजीत कुमार, 16 फरवरी, 2003, जै. श्वे.
तेरापंथी महासभा 3, पोर्चुगीज चर्च स्ट्रीट, कोलकाता-1 27. अहिंसा विवेक, मुनि श्री नगराजजी मुनिश्री महेन्द्रुमारजी 'प्रथम', 1962, जै. श्वे. तेरापंथी
महासभा 3, पोर्चुगीज, चर्च स्ट्रीट, कलकत्ता-1 28. अहिंसा प्रशिक्षण यात्रा डायरी, डॉ. हीरालाल श्रीमाली, अणुव्रत विश्व भारती, विश्व शांति
निलयम्, राजसमंद (राज.) 29. अहिंसा की सही समझ, मुनि नथमलजी, आदर्श साहित्य संघ, सरदारशहर (राज.) 30. अहिंसा और शांति, आचार्य महाप्रज्ञ, मुनि दुलहराज “धनंजय कु.", 1999, आदर्श साहित्य
संघ चूरू, (राज.) 31. अहिंसा व्यक्ति और समाज, आचार्य तुलसी युवाचार्य महाप्रज्ञ मुनि सुखलाल, प्रथम-1992,
जैन विश्व भारती, प्रेस, इंस्टीट्यूट (डीम्ड युनिवर्सिटी), तुलसी ग्राम, लाडनूं 32. अहिंसा यात्रा : इक्कीसवीं सदी का कालजयी आलेख, साध्वी विमलप्रज्ञा, 2003, जैन श्वेताम्बर
तेरापंथी महासभा 3, पोर्चुगीज स्ट्रीट, कोलकाता-70001 33. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग-1, मुनि सुखलाल, 2004, जैन श्वेताम्बर तेरापंथी
महासभा 3, पोर्चुगीज चर्चस्ट्रीट कोलकाता 34. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग-2, मुनि सुखलाल, 2004, जैन श्वेताम्बर तेरापंथी
महासभा 3, पोर्चुगीज चर्चस्ट्रीट कोलकाता 35. अहिंसा प्रशिक्षण : अनुभूतियाँ, संपा. भगवान लाल बंशीवाल पर्यवेक्षक, अक्टूबर, 2010
420 / अँधेरे में उजाला