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9. सुविधिनाथ
या पुष्पदंत 10. शीतलनाथ
11 श्रेयांशनाथ
12. वासुपूज्य
13. विमलनाथ
14. अनन्तनाथ
15. धर्मनाथ
16. कुथुनाथ
17. अरनाथ
18. मल्लिनाथ
19. मुनिसुव्रत
20. नमिनाथ
21. नेमिनाथ या
अरिष्टनेमि
22.
पार्श्वनाथ 23. महावीर
महाकाली
मानवी
गौरी
गान्धारी
विराटा
अनन्तमती
मानसी
जया
विजया
अपराजिता
बहुरुपा
चामुण्डा
अम्बिका
पद्मावती
सिद्धयिका
सुतारीका
अशोका
मानवी
चण्डी
विदिता
अंकुशी
कन्दर्प
धारणी
धरणाप्रिया
नदराक्ता
गान्धर्व
अम्बिका
श्रमण-संस्कृति
सुताराका
अशोका
मानवी
चण्डी
विदिता
अंकुशी
कन्दर्पी
बला
धारणी
धरणाप्रिया
नरदत्ता
गान्धारी
अम्विका
पद्मावती पद्मावती सिद्धायिका सिद्धायिका
यक्षियों की लाक्षणिक विशेषताएं 10वीं 12वीं शती ई० के मध्य निर्धारित हुई जिनके उल्लेख निर्वाणकलिका, त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्र, प्रतिष्ठासारसंग्रह एवं प्रतिष्ठासारोद्धार, अपराजितपृच्छा जैसे शास्त्रीय ग्रन्थों में है। हरिवंशपुराण (783 ई०) में सिंहवाहिनी अम्बिका और चक्र धारण करने वाली अप्रतिचक्रा यक्षियों के उल्लेख मिलते हैं । कुछ यक्षियों के नामोल्लेख एक से अधिक जिनों के साथ किए गए हैं। 3
भृकुटि का यक्ष एवं यक्षी दोनों ही रूपों में उल्लेख मिलता है। 14
24 यक्षियों की सूची में अधिकांश के नाम एवं उनकी लाक्षणिक विशेषताएं ब्राह्मण और कुछ उदाहरणों में बौद्ध देव कुल के देवों से प्रभावित