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तत्त्व मीमांसा* 415
55. (i) स्थानांग सूत्र - स्थान १, सू. 665
(ii) पंचास्तिकाय संग्रह - कुन्दकुन्दाचार्य - गा. 108 56. तत्वार्थ सूत्र - उमास्वाती - 2/8 57. भगवती शतक - 2/10 58. उत्तराध्ययन सूत्र - अ. 28, गा. 10 59. वही - अ. 28, गा. 11 60. आचारांग सूत्र - उ. 1-2 61. फिजियोलोजिकल साइकोलोजी - मैकडूगल 1 62. दि मॉर्डन रिव्यू, कलकत्ता, जुलाई 1936 63. इंट्रोडक्शन टू साइंस, जे.ए. थॉमसन, पृ. 142 64. समयसार -कुन्दकुन्दाचार्य, गा० 83 65. ठाणांग सूत्र, द्वितीय स्थान, सूत्र 1 66. वही, स्थान 9, सूत्र 676 67. स्थानांग टीका, स्थान 1, पृ. 15 68. स्थानांग सूत्र, सू. 70 69. वही, सू. 166 70. वही, सू. 48 71. वहीं, सू. 124 72. समयसार-कुन्दकुन्दाचार्य, गा. 183 73. स्थानांग सूत्र, 1/4/98 74. तत्त्वार्थसूत्र 8/1 75. स्थानांग सूत्र, 4/3/296 76. ओघनियुक्ति, गा. 5 77. समयसार, गा. 262 78. वही, गा. 282 79. तत्त्वार्थ सूत्र, 8/4 80. कर्म ग्रन्थ, 5/85 81. वही, 5/63 82. सर्वार्थसिद्धि, 8/3/379, भगवती सूत्र वृत्ति 1/4/40 83. वैशाखस्थः कटीन्यस्तहस्तः स्याद्यादृशः पुमान्।
तादृशं लोक संस्थानम् ॥ आदिपुराण, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, प्रथम सं. 4/42 84. वहीं 4/43 85. वातरज्जुभिरानद्धो लोकस्तिसृभिराशिखम् ॥ वही, 4/44
शिक्यरिवा ततैः - वही, 4/43 86. वही, 4/41 87. वही, 4/48