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124 * जैन संस्कृति का इतिहास एवं दर्शन मथुरा का कंकाली टीला: 2200 वर्षों की तीर्थंकरों की प्राचीन मूत्तियाँ
जनतावशाली माना
मथुरा के कंकाली टीला के खुदाई का काम करते समय जैन तीर्थंकरों की अनेक मूर्तियाँ मिलीं जिनमें यह दो मूर्ति भी हैं। लखनऊ के म्यूजियम में विद्यमान है। इनका समय गुप्तकाल अर्थात् वि.पू. दो सौ वर्ष का बतलाया जाता है। इस समय के पूर्व भी जैन धर्म में मूर्ति पूजा प्रचलित थी जिसका यह एक आकट्य प्रमाण है। क्या अब भी मूत्ति पूजा धर्म का एक अंग मानने में कोई भी सभ्य पुरुष शंका कर सकता है ? नहीं।