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जैन धर्म, दर्शन एवं संस्कृति की प्राचीनता * 115
130. (i) जेणं तित्थं - विशेषावश्यक भाष्य - गा. 1043
(ii) तित्थं जइणं - वही,गा. 1045,1046
(iii) जइण समुग्घयगईए - वही,गा. 383 131. नन्दीसूत्र - विजयदानसूरि संशोधित चूर्णि, पृ. 111 132. (i) आवश्यक नियुक्ति,गा. 192
(ii) धवला, 1/64/72 133. (i) समवायांग सूत्र,1/136
(ii) नन्दी सूत्र, सू० 40 134. मूलाचार- वट्केराचार्य, सू. 5/80 135. नन्दी सूत्र, सू. 42 136. आवश्यक नियुक्ति, भद्रबाहु, गा. 192 137. जैन सूत्राज, डॉ हर्मन जैकोबी, प्रस्तावना पृ. 44 138. नन्दी सूत्र, पृ. 109 139. षट्खण्डागम, धवला टीका - वीरसेन, पृ. 114 140. जैन सूत्राज्, भाग-1, कल्पसूत्र 5, पृ. 268 141. नन्दी सूत्र 142. वही 143. वही 144. भगवती सूत्र, प्र. साधुमार्गी संस्कृति रक्षक संघ, सैलाना शतक 6, उ.7, पृ. 122-123 145. (i) समवायांग सूत्र, सृ. 147
(ii) नन्दी सूत्र, सू. 56 146. दशवैकालिक सूत्र, मंगलाचरण 147. (i) जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति
(ii) कल्पसूत्र 148. श्रीमद् भागवत, अ.1 149. कल्पसूत्र 150. जिनेन्द्र मत दर्पण, भाग 1, पृ. 10 151. उसहे णामं अरहा कोसलिए पढ़मराया, पढ़मजिणे, पढ़मकेवली पढ़मतित्थयरे पढ़म
धम्मवर चक्क वट्टी समुप्पज्जित्थे। - जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति, 2/30 152. तिलोय पण्णत्ति- आ. यतिवृषभ, 4/533 व 560 153. कल्पसूत्र, सू. 192 154. (i) वही,सू. 33
(ii) आवश्यकनियुक्ति, गा. 182 155. आधर मंगुलिए, ठवंति देवा मणुन्नं तु ॥ 1 ॥आवश्यक नियुक्ति, 1 156. आवश्यक नियुक्ति,गा. 186 157. वही, पृ. 153