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________________ ६४ (६२) 1 इमिणा 'पुरओ ते गंतव्वं । तत्थ तए किं पि अदिट्ठ-पुव्वं दट्ठव्वं' ति । ता किं पुण तं अदिट्ठ-पुव्वयं होहि त्ति । दे दक्खिण-दिसाहत्तो चेय वच्चामि । 3 ‘अलंघणीय-वयणा किर देवा रिसिणो य होति' त्ति चिंतियं च तेण । पुलइया णेण चउरो वि दिसि-विदिसी-विभागा, जाव पेच्छइ अणेय-गिरि-पायव-वल्ली5 लया-गुविल-गुम्म-दूसंचारं महा-विंझाडविं ति । जा व कइसिया । पंडव-सेण्ण जइसिया, अज्जुणालंकिया सुभीम व्व । रण-भूमि-जइसिया, सर-सय-णिरंतरा 7 खग्ग-णिचिय व्व । णिसायरि-जइसिया, भीसण-सिवारावा दव-मसि-मइलंगा व । सिरि-जइसिया, महागइंद-सणाहा दिव्व-पउमासण व्व । जिणिंद-आण9 जइसिया, महव्वय-दूसंचारा सावय-सय-सेविय व्व । परमेसरत्थाणि-मंडलि जइसिया, रायसुयाहिट्ठिया अणेय-सामंत व्व । महाणयरि-जइसिया, तुंग11 सालालंकिय सप्पागार-सिहर-दुलंघ व्व । महा-मसाण-भूमि-जइसिया, मय सय-संकुला जलंत-घोराणल व्व । लंकाउरि-जइसिया, पवय-वंद्र-भजंत13 महासाल-पलास-संकुल व्व त्ति । अवि य कहिंचि मत्त-मायंग-भज्जमाण चंदण-वण-णिम्महंत-सुरहि-परिमला, कहिंचि घोर-वग्घ-चवेडा-घाय15 णिहय-वण-महिस-रुहिरारुणा, कहिंचि दरिय-हरि-णहर-पहर-करि-सिर णीहरंत-तार-मुत्तावयर-णिरंतर-रेहिरा, कहिंचि पक्कल-महा-कोल17 दाढाभिघाय-घाइज्जत-मत्त-वण-महिसा, कहिचि मत्त-महा-महिस-जुज्झत गवल-संघट्ट-सद्द-भीसणा, कहिचि पुलिंद-सुंदरी-वंद्र-समुच्चीयमाण19 गुंजाहला, कहिंचि दव-डज्झमाण-वेणु-वण-फुडिय-फुड-मुत्ताहलुजला, कहिंचि किराय-णिवहाणुहम्ममाण-मय-कुला, कहिंचि पवय-वंद्र-संचरंत21 बुक्कार-राव-भीसणा, कहिंचि खर-फरुस-चीरि-विराव-राविया, कहिंचि उदंड-तविय-सिहंडि-कलाव-रेहिरा, कहिंचि मह-मत्त-मुइय-भमिर-भमर____1) Jom. तए, P पुव्वं for पुव्वयं. 2) J त्ति होहिति त्ति, P दढक्खिणा for दे etc. P विय for चेय, P अलंघणिय. 3) P देवया for देवा, P य हवंति, P om. णेण. 4) P om. वि, P दिसीविभाया, P पेच्छइ किर पायवाणेय, P om. गिरिपायव. 5) P गुहिलगुंमदुस्संचारा, P विज्झाडवि त्ति, P om. कइसिया, J सेण्णो. 6) J अज्जुण्णालंकिय सुभीमं च P अज्जुणोल. 7) P सिरनिरंतर, J णिचिअं च P तिच्चय व्व, P सिवारावदवदमसिमइलंगव्व. 8) JP सणाह, JP पउमासणं च. 9) J दूसंचारय P दुस्संचारा, P सा साविया सवियं वा, J सेवियं च. 10) J सामंतं च. 11) P हेसागारसीहदुल्लंघं च. 12) J संकुलं च P संकुल, J व for व्व, P चंदु for वंद्र. 13) J संकुलं च. 14) P सुरभि, J हह for घाय. 15) Jom. णिहय. 16) P नियर for णिरंतर. 17) P om. मत्त. 19) P गुंजाफला, P घेणुधण for वेणुवण. 20) P कहिं किराय, P ०णुगम्ममाणमयउला. 21) J चिरिविराय. 22) J तड्डवि, P तडवियड, P om. भमिरं.
SR No.022707
Book TitleKuvalaymala Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraguptasuri
PublisherAnekant Prakashan Jain Religious Trust
Publication Year2011
Total Pages244
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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