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________________ ५३ (५६) दणय तुरंगमं भणियं राइणा 'कुमार, किं तए णज्जए तुरयलक्खणं' । ताहे भणियं कुमारेणं 'गुरु - चलण - सुस्सूसा - फलं किंचि णज्जइ' 3 त्ति । भणियं च राइणा ‘कइवय तुरयाणं जाईओ त्ति, किंवा माणं, किं वा लक्खणं, अह अवलक्खणं' ति । कुमारेण भणियं 'देव, णिसुणेसु । तुरयाणं 5 ताव अट्ठारस जाईओ । तं जहा । माला हायणा कलया खसा कक्का टंका टंकणा सारीरा सहजाणा हूणा सेंधवा चित्तचला चंचला पारा पारावया हंसा 7 हंसगमणा वत्थव्वय त्ति एत्तियाओ चेव जाईओ । एयाणं जं पुण वोल्लाहा कयाहा सेराहाइणो तं वण्ण-लंछण-विसेसेण भण्णइ । अवि य । आसस्स पुण पमाणं पुरिसंगुल - णिम्मियं तु जं भणियं । उक्किट्ठवयस्स पुरा रिसीहिँ किर लक्खणण्णूहिं ।। बत्तीस अंगुलाई मुहं णिडांल तु होइ तेरसयं । तस्स सिरं केसं तो य होइ अट्ठट्ठ विच्छिण्णं ।। (५६) 1 9 11 चउवीस अंगुलाई उरो हयस्स भणिओ पमाणेणं । असीति से उस्सेहो परिहं पुण तिउणियं बेंति ।। तओ देव, एयप्पमाण- जुत्ता जे तुरया होंति सव्व-जाईया । ते राईणं रज्जं करेंति लाहं तु इयरस्स ।। अण्णं च । 17 रंधे उवरंधम्मि य आवत्ता णूण होंति चत्तारि । दो य पमाण- णिडाले उरे सिरे होंति दो दो य ।। दस णियमेणं एए तुरयाणं देव होंति आवत्ता । एत्तो ऊणहिया वा सुहासुह - करा विणिद्दिट्ठा ।। 19 पोट्टम्मि लोयणाण य मज्झे घोणाऍ जस्स आवत्तो । रूसइ अवस्स सामी अकारणे बंधु - वग्गो य ।। 13 15 21 1) P नज्जइ किंचि तुरंगलक्खणं । तओ भणियं. 2) J om. चलण, P सुस्सूसाराहणफलं. 3) P कइ for कइवय, Pom. त्ति, Pom. वा before लक्खणं. 4) P om. अह, P च त्ति for ति, P सुणेसु, J तुरियाणं. 5) P अट्ठारसु, J साला for माला, P भाइला कलाया for हायणा etc. 6) P साहजाणा, P सैंधवा, P चित्ता, P पेंरा पेंरावत्ता. 7) Pom. एत्ति. 8) P वत्तलंधणं, J भांति for भण्णइ. 9) J सुण for पुण, P० गुणनिम्मयं . 10) P कर for किर. 11 ) P तेरसया. 12 ) P स for य. 13) P ऊरो, P य for प० 14 ) P अस्सीति, Jom. . से, Pom. तओ देव. 15) J एयपम्माण, P जाईओ. 17 ) P व for य, J has a marginal note प्रपान उपरितनोष्ठः Possibly for the word आवत्ता. 18) J उरं. 19) J एते, P आवत्तो. 20) J अहिया वा P ऊणहिया य वसुहा. 21 ) J सुआवत्ता P होइ आवत्तो ।. 22) P आकरणे.
SR No.022707
Book TitleKuvalaymala Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraguptasuri
PublisherAnekant Prakashan Jain Religious Trust
Publication Year2011
Total Pages244
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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