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(९८) । धवलहर-णिम्मलब्भा फुरंत-मणि-विमल-किरण-तारइया ।
सरए व्व गयण-लच्छी उज्जेणी रेहिरा णयरी ।। 3 जा य गिम्ह-समए जल-जंत-जलहर-भरोरल्लि-णिसुय-सहरिस-उदंड
तड्डविय-पायडिजंत-घर-सिहंडि-कुल-संकुला फुड-पोमराय-इंदोवय-रेहिरि 5 व्व पाउस-सिरि-जइसिय । पाउस-समए उण फलिह-मणि-विणिम्मविय-घर
सिहरब्भ-धवला विमलिंदणील-फुरमाणी इंदीवर-संकुलं व सरय-समय-सिरि7 जइसिय । सरय-समए उण दूसह-रवि-किरण-णियर-संताविय-पज्जलंत
सूरकंत-जणिय-तिव्वायवा आसार-वारि-धारा-धोय-णिम्मल-सिय-कसिण9 रयण-किरण-संवलिय-सिरीस-कुसुम-गोच्छ-संकुल व्व गिम्ह-समय-सिरिहि
अणुहरइ त्ति । जहिं च णयरिहिं जुवइ-जुवाण-जुवलेहिं ण कीरति सुह-मंडणई । 11 केण कजेण । सहाव-लायण्ण-पसरंत-चंदिमा-कलुसत्तण-भएण । जहिं च
कामिणियणेण ण पिजंति विविहासवई । केण कज्जेण । सहाव-सुरय-विलास13 वित्थर-भंग-भएण । जहिं च विलासिणीहिं विवरीय-रमिरीहिं ण बज्झंति
रणंत-महामणि-मेहलउ । केण कजेण । सहाव-कलकंठ-कुविय-सद्दामयासा15 लुद्धेहि त्ति । अवि य ।
अइतुंग-गोउराइं भवणुजाणाइँ सिहर-कलियाई । 17 एक्केक्कमाइँ जीए णयरि-सरिच्छाइँ भवणाई ।।
(९८) तीए य महाणयरीए उज्जेणीए पुव्वुत्तरे दिसाभाग-विभाए जोयण19 मेत्ते पएसे कूववंद्र णाम गामं अणेय-धण-धण्ण-समिद्धि-गव्विय-पामर-जणं
महाणयर-सरिस । तत्थ एक्को पुव्व-राय-वस-पसूओ कह पि भागहेज21 परिहीणो सयण-संपया-रहिओ खेत्तभडो णाम जुण्ण-ठक्कुरो परिवसइ । एरिस ___च्चिय एसा मुणाल-दल-जल-तरल-चंचला सिरी पुरिसाणं । अवि य ।।
1) P निम्मलत्ता. 3) P जो for जा य, P सहरिसहरिसउदंड, J उडुंड. 4) P तंडविय, J पीडिजंत, J पोमराइंदोवय P पोमरायसिंदूरेहिं च पाउस. 5) J व for व्व (emended), P जइसिया, P om. मणि. 6) J धवलविमल, P फुरमाणींदीवरासंकुल, P सिरिं जइसिया. 8) J सूर for सूरकंत, J तिव्वायव्व । P तिव्वायव आसारि. 9) J सकुलं व. 10) J ति for त्ति, P om. सुह. 11) P कलुसण. 12) P कामिणीयणेण, P om. ण. 13) P रमरीहिं. 14) P मेहलाओ, P सद्दासायलु०. 15) J लुद्देहि, Jom. त्ति. 16) P गोयराइ. 17) P णयर. 18) J तीय य, Jom. उज्जेणीए, P दिसाभाए. 20) P सरिच्छं for सरिसं, J प्पसूओ, P कहिं चि भागधेज. 21) P सयल for सयण, P खत्तहडो for खेत्तभडो, Jom. परिवसइ, P एरिसु. 22) P एस for एसा, P तरललवचंचला, Jom. सिरी.