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२२९. वही, ५/२४६-२४७ २३०. वही, ५/२४८-२५० २३१. वही, ५/२५१ २३२. वही, ५/२५४ २३३. वही, ५/२५५-२५७ २३४. परिणेस्यामि व्यावृत्त स्त्वत्सुतामिति ॥ वही - ५/२५८ २३५. वही, ५/२५९-२६२ २३६. वही, ५/२६३-२६५ २३७. वही, ५/२६६-२६८ २३८. वही, ५/२६८ २३९. त्रिशुच पर्व ७ - ५/२७१-३१० २४०. वही, ५/३२० २४१. रामनाम्ना रामगीरिगिरिः सोभूत्तत्दादि च ॥ वही - ५/३२१ २४२. वही, ५/३२७ २४३. वही, ५/३२८-३३० २४४. त्रिशपुच. पवज्ञ ७ - ५/३२४-३२६ २४५. वही, ५/३२७ २४६. वही, ५/३२८-३३० २४७. वही, ५/३३१-३३२ २४८. वही, ५/३३५-३७ २४९. वही, ५/३७३ २५०. वही, ५/३७६-३७७ २५१. वही, ५/३७८ २५२. वही, ५/३२८ २५३. एवं च तस्थुषस्तस्य ब्लगुलीस्थानकस्पश :।
वर्षाणि द्वादशातीयुश्चत्वारि दिवसानि च ॥ वही - ५/३८३ २५४. वही, ५/३८३-३८७ २५५. त्रिशपुच. पर्व ७ - ५ वही - ५/३८८-३८९ २५६. वही, ५/३९०-३९१ २५७. वही, ५/३९२ २५८. वही, ५/३९३-३९४ २५९. वही, ५/३९५-३९७ २६०. वही, ५/४०६ २६१. वही, ५/४१० २६२. विद्याधरसह स्ते चतुर्दशभिरावृत्तां : ततोडभ्येयुरूपद्रोतुं रामं शैलमिव
दिपा : । त्रि.पर्व ७५/४१२
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