SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 216
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 192 शूरसेन जनपद में जैन धर्म का विकास 19. नाहर, पी.सी. 20. प्रेमी, फूलचन्द जैन 21. पुरी, बी. एन. 22. भण्डाकर, डी. आर. 23. ब्यूहलर, जी - जैन इन्स्क्रिप्शन्सः भाग 1; जैन विविध साहित्य शास्त्रमाला, भाग 8, कलकत्ता 1918 - मथुरा का सुप्रसिद्ध सरस्वती आन्दोलन और उसका प्रभावः श्रुतसंवर्धिनी, अंक 10, पृ. 11-12, लखनऊ, जनवरी, 2005 जैनिज्म इन मथुरा इन द अर्ली सेंन्चुरीज ऑव दि क्रिश्चियन एरा, महावीर जैन विद्यालय गोल्डेन जुबली वाल्यूम, 156 61 मुम्बई, 1968 - जैन आइकनोग्राफी; आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑव इण्डिया, ऐनुअल रिपोर्ट, 1905-06; कलकत्ता 1908 - दि दिगम्बर जैनाज, इण्डियन एण्टिक्वैरी, खं. 7, पृ. 28-29, 1978 - न्यू जैन इन्स्क्रिप्शन्स फ्राम मथुरा, एपिग्राफिया इण्डिका, खं. 1, कलकत्ता, 1892, पृ. 393-97 - स्पेसिमेन्स ऑव जैन स्कलचर्स फ्राम मथुरा, एपिग्राफिया इण्डिका, खं. 2, कलकत्ता 1894, पृ. 311-22 - मथुरा, जैन कला एवं स्थापत्य खं. 1, दिल्ली 1975 - नमो अरहान – अर्हतोपूजाये मणिभद्रः श्री आत्मानन्द सभा भवन, जयपुर, 1982 प्राकृत भाषा और जैन धर्म-दर्शन, श्रुत संवर्धिनीः अंक 10, 11 पृ. 14-16, 7-11, लखनऊ, जनवरी-फरवरी, 2005 24. मित्रा, देबला 25. रस्तोगी, शैलेन्द्र कुमार 26. राय, राम जी
SR No.022668
Book TitleShursen Janpad Me Jain Dharm Ka Vikas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSangita Sinh
PublisherResearch India Press
Publication Year2014
Total Pages244
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size34 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy