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________________ 190 7. जोशी, नीलकंठ पुरूषोत्तम रस्तोगी, शैलेन्द्र कुमार 8. जैन, कुन्दन लाल 9. जैन, जे. एन. 10. जैन, ज्योति प्रसाद 11. जैन, भागचन्द्र 12. जैन, रामजीतः 13. जैन, उषाकिरण - - - - - — शूरसेन जनपद में जैन धर्म का विकास कंकाली की पुरा सम्पदा; जैन निबन्ध माला, आनन्द संस्थान, रामपुर, 1977 उत्तर प्रदेश से प्राप्त शिलालेखों में जैन सन्दर्भ; ऋषभ सौरभ, पृ. 142-152, दिल्ली 1998 'सम नोट्स ऑन दि दिगम्बर जैन आइक्नोग्राफी', इण्डियन ऐन्टीक्वेरी, 1904 जेनिसिस ऑव जैन लिट्रेंचर एण्ड दि सरस्वती मूवमेण्ट; संग्रहालय पुरातत्व पत्रिका, अंक 9., पृ. 30, जून 1972 देवगढ़ और उसका कला वैभव; जेन एण्टिक्वेरी, खंः 21, अंक 1 जून 1955 उत्तर प्रदेश में जैन धर्म का उदय और विकास; भगवान महावीर स्मृति ग्रन्थ, ख. 6, लखनऊ, 1975 जैन कला का उद्गम और आत्मा; जैन कला एवं स्थापत्य; खं. 1, दिल्ली 1975 जैन धर्मः इतिहास और परम्परा प्राचीन तीर्थ जीर्णोद्धार, अंक 43, पृ. 3-8, सितम्बर, 2005 इतिहास के पन्नों में शौरीपुर बटेश्वर ; प्राचीन तीर्थ जीर्णोद्धारः अंक 13, पृ. 39-40, लखनऊ, जनवरी, 2002 जैन चित्रकला, 'प्राचीन तीर्थ जीर्णोद्धार', अंक 36, पृ. 17-20, लखनऊ, नवम्बर-दिसम्बर, 2004
SR No.022668
Book TitleShursen Janpad Me Jain Dharm Ka Vikas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSangita Sinh
PublisherResearch India Press
Publication Year2014
Total Pages244
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size34 MB
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