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तिलकमंजरी में वर्णित सामाजिक व धार्मिक स्थिति
(26) कुठार-83 (27) परश्वघ-228
(28) अंकुश-92, 367 वाच
तिलकमंजरी में बीस प्रकार के विभिन्न वाद्यों का उल्लेख आया है। वाद्य के लिए वादित्त वाद्य तथा आतोद्य शब्दों का प्रयोग हुआ है।
(1) भेरी-86, 87, 138, 402 (2) वेणु-57, 70, 180, 141, 227, 269, 372 (3) वीणा-57, 70, 104, 141, 180, 183, 249, 269, 279,
227, 244, 372 (4) दुन्दुभि-86, 218, 370 (5) शंख-370, 132, 141, 58, 67, 76, 360, 363 (6) झल्लरी-76, 132, 141, 236, 264,360, 370 (7) पटह-84, 85, 123, 132, 236, 264, 260, 41, 67, 76,
321,370 (8) पणव-132, 370 (9) डिण्डिम-367 (10) तूर्य-74, 116, 123, 144, 147, 193, 217; 236, 263,
___264, 269 (11) ढक्का -86, 116 (12) मुरज-57, 76, 141, 269 (13) मृदंग--84, 104, 106, 34, 41, 67, 141, 227, 236,
264, 269 (14) कांस्यताल-141 (15) काहल-84, 86, 76, 199 (16) विपंची-183,70 (17) वल्लकी-41, 186, 260 (18) घण्टा-84 (19) मर्दल-200
(20) करटा-367 बर्तन, मशीनें तथा अन्य गृहोपयोगी वस्तुएँ
(1) पटलक-72, 256 पिटारी