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सन्धान कवि धनञ्जय की काव्य-चेतना
अपंगों तथा कुबड़ों को गुप्तचर बनाकर राज्य की सुव्यवस्था, शासन का पूर्णतया पालन तथा प्रजा की सुख-सुविधा की देखरेख की जा सकती है । १
२. दूत
1
एक राजा से दूसरे राजा तक सन्देश पहुँचाने का कार्य दूत ही करते थे । ये राजनीतिज्ञ तथा कुशल वक्ता होते थे । इस सन्दर्भ में हनुमान अथवा श्रीशैल का दूत- कार्य विशेष द्रष्टव्य है । ३
३. कंचुकी ४
अन्तःपुर का विश्वासपात्र सेवक ।
४. कुब्ज'
यह अन्त:पुर में रहकर राजकुमारों की सेवा करता था । राजकुमारों का मनोरंजन करना ही इसका मुख्य कार्य प्रतीत होता है ।
नपुंसक ह
५.
इनका मुख्य कार्य अन्त:पुर की रक्षा करना था । अन्तःपुर में स्त्रियों की उपस्थिति के कारण इन प्रहरियों का नपुंसकत्व उल्लेखनीय है ।
६. भडुए
ये स्त्री-वेशधारी पुरुष अथवा हिजड़े हो सकते हैं । इनका प्रमुख कार्य मनोरंजन करना प्रतीत होता है ।
द्विस., २.१५-१७
१.
२ . वही, १३.१
विशेष द्रष्टव्य - वही, १३.१६-३६
३.
४. वही,३.१३
वही,३.१५,२१
५.
६. वही, ३.१५
७.
वही, १.३०