________________
४५]
उज्झियए
महया चिच्चीसदेणं विधुढे विस्सरे आरसिए, तए णं एयस्स दारगस्स आरसियसदं सोचा निसम्म हथिणाउरे बहवे नगरगोरुवा जाव भीया ४ सव्वओ समन्ता विप्पलाइत्था, तम्हा णं होउ अम्हं दारए गोत्तासए नामेणं"।तएणं से गोत्तासए दारए उम्मुक्कबालभावे जाए याविहोत्था॥४३॥
तए णं से भीमे कूडग्गाहे अन्नया कयाइ कालधम्मुणा संजुत्ते । तए णं से गोत्तासे दारए बहुएणं मित्तनाइनियगसयणसंबन्धिपरियणेणं सद्धिं संपरिखुडे रोयमाणे कन्दमाणे विलवमाणे भीमस्स कूडग्गाहस्स नीहरणं करेइ, २ बहूई लोइयमयकिश्चाई करेइ । तए णं से सुनन्दे राया गोत्तासं दारयं अन्नया कयाइ सयमेव कूडग्गाहत्ताए ठावेइ । तए णं से गोत्तासे दारए कूडग्गाहे जाए यावि होत्था अहम्मिए जाव दुप्पडियाणन्दे ॥ ४४॥
तए णं से गोत्तासे दारए कूडग्गाहित्ताए कल्लाकलिं अद्धरत्तियकालसमयंसि एगे अबीए संनद्धबद्धकवए जाव गहियाउहप्पहरणे सयाओ गिहाओ निग्गच्छद, २ जेणेव गोमण्डवे तेणेव उवागच्छइ, २ बहूणं नगरगोरुवाणं सणाहाण य जाव वियङ्गेइ, २ जेणेव सए गेहे तेणेव उवागए। तए णं से गोत्तासे कूडग्गाहे तेहिं बहिं गोमंसेहि य सोल्लेहि य ...सुरं च ६ आसाएमाणे विसाएमाणे जाव विहरइ । तए ण से गोत्तासे कूडग्गाहे एयकम्मे...सुबहुं पावकम्म समजिणित्ता पञ्चवाससयाइं परमाउयं पालइत्ता अट्टदुहट्टोवगए कालमासे कालं किच्चा दोश्चाए पुढवीए उक्कोसं तिसागरोवमठिइएसु नेरइएसु नेरइयत्ताए उववने ॥ ४५ ॥
तए णं सा विजयामित्तस्स सत्थवाहस्स सुभदा नाम