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-XVI.122] नायाधम्मकहाओ
177 सेट्ठिसेणावइसत्थवाहपभिइओ करयलपरिग्गहियं दसनहं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्टु जएणं विजएणं बद्धावेहि २ एवं वयाहि - एवं खलु देवाणुप्पिया! कंपिल्लपुरे नयरे दुवयस्स रन्नो धूयाए चुलणीए अत्तयाए धट्ठज्जुणकुमारस्स भइणीए दोवईए २ सयंवरे भविस्सइ । तए णं तुब्भे दुवयं रायं अणुगिण्हेमाणा अकालपरिहीणं चेव कंपिल्लपुरे नयरे समोसरह । तए णं से दूए करयल जाव कटटु दुवयस्स रन्नो एयमढे पडिसुणेइ २ जेणेव सए गिहे तेणेव उवागच्छइ २ कोडुंबियपुरिसे सहावेइ २ एवं वयासी - खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! चाउग्घंटं आसरहं जुत्तामेव उवट्ठवेह जाव उवट्ठति । तए णं से दूए हाए जाव सरीरे चाउग्घंटं आसरहं दुरूहइ २ बहूहिं पुरिसेहिं सन्नद्ध जाव गहियाउहपहरणहिं सद्धिं संपरिवुडे कंपिल्लपुरं नयरं मझमज्झेणं निग्गच्छइ पंचालजणवयस्स मज्झमझेणं जेणेव देसप्पते तेणेव उवागच्छइ २ सुरट्ठाजणवयस्स मज्झमझेणं जेणेव बारवई नयरी तेणेव उवागच्छइ २ बारवई नयरिं मझमझेणं अणुप्पविसइ २ जेणेव कण्हस्स वासुदेवस्स बाहिरिया उवट्ठाणसाला तेणेव उवागच्छइ २ चाउग्घंटं आसरहं ठावेइ २ रहाओ पञ्चोरुहइ २ मणुस्सवग्गुरापरिक्खित्ते पायचारविहारेणं जेणेव कण्हे वासुदेवे तेणेव उवागच्छइ २ कण्हं वासुदेवं समुहविजयपामोक्खे य दस दसारे जाव बलवगसाहस्सीओ करयल तं चेव जाव समोसरह । तए णं से कण्हे वासुदेवे तस्स दूयस्स अंतिए एयमहं सोचा निसम्म हतुढे जाव हियए तं दूयं सक्कारेइ सम्माणेइ २ पडिविसज्जेइ । तए णं से कण्हे वासुदेवे कोडुंबियपुरिसे सदावेइ २ एवं वयासी - गच्छह णं तुमं देवाणुप्पिया! सभाए सुहम्माए सामुदाइयं भेरिं तालेहि । तए णं से कोढुंबियपुरिसे करयल जाव कण्हस्स वासुदेवस्स एयमé पडिसुणेइ २ जेणेव सभाए सुहम्माए सामुदाइया भेरी तेणेव उवागच्छइ २ सामुदाइयं भेरिं मया २ सहेणं तालेइ । तए णं ताए सामुदाइयाए भेरीए तालियाए समाणीए समुहविजयपामोक्खा दस दसारा जाक महासेणपामोक्खाओ छप्पन्नं बलवगसाहस्सीओ व्हाया जाब विभूसिया