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रायचंद्रजैनशास्त्रमाला।
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श्रीनेमिचंद्राय नमः। श्रीमन्नेमिचंद्राचार्यसिद्धांतचक्रवर्तीविरचित
लब्धिसार।
पाढमनिवासी पण्डित मनोहरलालशास्त्रीकृत संस्कृतछाया
तथा संक्षिप्तहिन्दीभाषाटीका सहित ।
(प्रथमावृत्ति १००० प्रति
जिसे श्रीपरमश्रुतप्रभावकमंडल बंबईके ऑ० व्यवस्थापकने निर्णयसागर प्रेसमें
रामचंद्र येसू शेडगेके प्रबंधसे छपाकर प्रसिद्ध किया ।
वीरनि० सं० २४४२ सन् १९१६ विक्रमसंवत् १९७३ ।
.. मूल्यं सार्धरूप्यकम्।