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________________ • 'द्रव्य-गुए!-५यायनो रास' तथा 'द्रव्यानुयो॥५२॥मश' व्यायाम विदा पर्थोनी याही. . 129 निश्चयनय देखिए नय (आध्यात्मिक) | पद निश्चयनयमत देखिए नयमत | (१) अवेद्यसंवेद्य पद २४०३,२४०७,२५१० निश्चयनय लक्षण (अष्टविध) देखिए लक्षण । (२) वेद्यसंवेद्य पद (सत्प्रवृत्तिपद) २३७९, निश्चयसम्मत पर्याय (२८) देखिए पर्याय २४३५-३६,२४६१ (नन्दीसूत्रचूर्णि) | पदार्थएकत्व देखिए दोष (दूषण) निश्छिद्रमति देखिए मति पद्मप्रभमत समीक्षा देखिए समीक्षा निषेधपरिणति (२१००) २५५१-५६ परंज्योति २४३६,२४६३ निष्पन्नयोग योगी देखिए योगी परंब्रह्म २४८३ निष्प्रयोजनत्व देखिए दोष (दूषण) | परद्रव्यादिग्राहक द्रव्यार्थिक देखिए नय (नवविध) नृलोक देखिए समयक्षेत्र (१) द्रव्यार्थिकनय नेमिचंद्रमत समीक्षा देखिए समीक्षा परनिरूपित विषयिता संबंध देखिए संबंध परपर्याय नैगम (जयधवलाकारसम्मत) देखिए नय नवविध) देखिए पर्याय (प्रकीर्णक) नैगम (तत्त्वार्थवृत्तिकार) देखिए नय (नवविध) । परप्रकाशत्व देखिए प्रकाशत्व परप्रतिभास नैगम (देवचंद्रजी) देखिए नय (नवविध) देखिए प्रतिभास नैगम (वादिदेवसूरि) देखिए नय (नवविध) परब्रह्म देखिए ब्रह्म २३७९ नैगम (वादिदेवसूरि - अन्यविध) देखिए नय (नवविध) परब्रह्मज्योतिःस्फुरण नैगम (विद्यानंदस्वामी) देखिए नय (नवविध) | परम द्रव्यार्थिकनय देखिए नय नैगम (विद्यानंदस्वामी-अन्यविध) देखिए नय (नवविध) (देवचंद्रजीसम्मत) (१) द्रव्यार्थिकनय परमभाव देखिए भाव नैगम (विशेषावश्यकभाष्यकारसम्मत) देखिए नय | परमभावग्राहक द्रव्यार्थिक देखिए नय (नवविध) (नवविध) (१) द्रव्यार्थिकनय नैगम (शीलाङ्काचार्यसम्मत) देखिए नय (नवविध) परमभावग्राहक द्रव्यार्थिकनय देखिए नय नैगम (हरिभद्रीय) देखिए नय (नवविध) (देवचंद्रजीसम्मत) (१) द्रव्यार्थिकनय नैगम (हेमचन्द्रसूरिसम्मत) देखिए नय (नवविध) परम शुक्लध्यान देखिए ध्यान (चतुर्थ) नैगम नय देखिए नय (आपादन प्रकार) परम स्वभाव देखिए स्वभाव नैगमनय (त्रिविध) देखिए नय (नवविध) (१) सामान्य स्वभाव नैगमनय लक्षण देखिए लक्षण .... | परमाणु देखिए द्रव्य (चतुर्विध) नैगममत देखिए नयमत परमाणुपुद्गल प्रज्ञापना देखिए प्रज्ञापना नैयायिकमत समीक्षा देखिए समीक्षा | परमाणुविश्रान्त गुरुता २७६ नैश्चयिक चरम यथाप्रवृत्तकरण देखिए करण | परमाणुविश्रान्त रूप २७७ (३) यथाप्रवृत्तकरण | परमात्मा देखिए आत्मा नैश्चयिक मूर्त्तत्व देखिए मूर्त्तत्व (द्विविध) पर वैराग्य देखिए वैराग्य पंडित श्रोता देखिए श्रोता | परसंग्रहनय देखिए नय (नवविध) (४) संग्रहनय
SR No.022378
Book TitleDravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYashovijay
PublisherShreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh
Publication Year2013
Total Pages432
LanguageGujarati, Sanskrit
ClassificationBook_Gujarati & Book_Devnagari
File Size74 MB
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