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'द्रव्य-गुण-पर्यायनो रास' तथा 'द्रव्यानुयोगपरामर्श' व्याप्यामां वर्शवेला पहार्थोनी याही ● 125
(III) वर्तमाननैगम (सांप्रतनैगम) ७३४-७४९
७५१-७५२
७५२
• नैगम ( वादिदेवसूरि ) (A) धर्म-धर्मनैगम
(B) धर्मि - धर्मिनैगम
(C) धर्म-धर्मिनैगम
• नैगम ( विद्यानंदस्वामी)
(क) द्रव्य - द्रव्य नैगम
(ख) पर्याय - पर्याय नैगम
(ग) द्रव्य - पर्याय नैगम
• नैगम ( जयधवलाकारसम्मत) (x) द्रव्यार्थिक नैगम
(Y) पर्यायार्थिक नैगम
(Z) द्रव्य - पर्यायार्थिक नैगम
• नैगम (विशेषावश्यकभाष्यकारसम्मत)
• नैगम ( शीलाङ्काचार्यसम्मत )
(१) सामान्य ग्राहक नैगम
७१८
(२) विशेष ग्राहक नैगम
७१८
(३) सामान्य - विशेषग्राहक नैगम ७१८
• नैगम ( हेमचन्द्रसूरिसम्मत )
७१७
७१७
७१७
(१) द्रव्यप्ररूपणा
(२) पर्यायप्ररूपणा
(३) द्रव्य - पर्यायप्ररूपणा
७१७
७१७
७१७
(१) महा सामान्य ग्राहक
७१८
(२) अपान्तराल सामान्य ग्राहक ७१८ (३) विशेष ग्राहक
७१८
• नैगम ( देवचंद्रजी )
(a) आरोप नैगम ( चतुर्विध)
(b) अंश नैगम (द्विविध)
(c) संकल्प नैगम (द्विविध)
७१७
७१७
७१७
७१८
७१८
७१८
७१८,
७४९-७५२
७१८,
७५०-७५२
७१८,
(d) उपचार नैगम
• नैगम (हरिभद्रीय )
(अ) सर्वसंग्राही नैगम
(ब) देशसंग्राही नैगम
• नैगम ( तत्त्वार्थवृत्तिकार)
(A) देशपरिक्षेपी नैगम
(B) सर्वपरिक्षेपी नैगम
• नैगम (वादिदेवसूरि - अन्यविध)
(S1) पर्याय नैगम (त्रिविध)
७१८
७१८
७५३
७५३
(S2) द्रव्य नैगम (द्विविध) (S3) द्रव्य-पर्याय नैगम (चतुर्विध) ७५३ • नैगम ( विद्यानंदस्वामी - अन्यविध)
(I) परसंग्रहनय
(II) अपरसंग्रहनय
• संग्रहनय (देवचन्द्रजी)
७१९
७१९
(T1) शुद्धद्रव्य नैगम
७५३
(T2) अशुद्धद्रव्य नैगम
७५३
(T3) अर्थपर्याय नैगम
७५३
(T4) व्यंजनपर्याय नैगम
७५३
७५३
७५३
७५३
(T5) अर्थव्यंजनपर्याय नैगम (T6) शुद्ध द्रव्यार्थपर्याय नैगम (T7) अशुद्ध द्रव्यार्थपर्याय नैगम (TB) शुद्ध द्रव्यव्यंजनपर्याय नैगम (T9) अशुद्ध द्रव्यव्यंजनपर्याय नैगम ७५३ (४) संग्रहनय (द्विविध)
७५३
७५५-७७७
७५६-७६१
७५६-७५७
(क) जातिउत्तर सामान्य
संग्रहनय (ख) समुदायउत्तर सामान्य
७५५-७५७
(A) सामान्य संग्रहनय (१) मूल सामान्य संग्रहनय ७६२ - ७६३ (२) उत्तर सामान्य संग्रहनय ७६२ - ७६३
७६२-७६३