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तैयार पुस्तकें
सम्यक्त्व-पराक्रम- (संस्कृत-छाया तथा हिन्दी अनुवाद सहित ) यह उत्ताध्ययन का उनतीसवाँ अध्ययन है । इसमें संवेग निर्वेद धर्मश्रद्धा आदि ७३ विषयों के प्रश्नोत्तर हैं । इसका संस्कृत छाया सहित सरल हिन्दी अनुवाद करवा कर छपाया है, प्रत्येक मनुष्य के पढ़ने योग्य है । पृ० ५६ न्योछावर =)
मुखविपाक-सूत्र--- ( हिन्दी अनुवाद सहित ) यह सूत्र विपाकसूत्र का द्वितीय स्कन्ध है। पुण्य से कैसा शुभ फल मिलता है, और अन्त में पुण्य करने वाला मोक्ष पाता है, इन बातों का वर्णन इसमें बड़ी सुन्दरता से किया गया है । इस सूत्र में जिन २ सूत्रों का प्रमाण आया है, वहां का पाठ लेकर इसे पूरा कर दिया है, इसलिए यह विस्तृत और सुन्दर हो गया है । इसका सरल हिन्दी में अनुवाद हो जाने से इसकी सुन्दरता और उपयोगिता
और भी बढ़ गई है ! सुबाहुकुमार का वर्णन करने वाला इसका पहला अध्ययन १२८ पृष्ट में समाप्त हुआ है । इसके कुल पृ० १३६ हैं। न्योछावर सिफ ॥)
नैतिक और धार्मिक-शिक्षा-- इस में व्यवहार-उप. योगी नैतिक तथा धार्मिक उत्तमोत्तम ३२२ शिक्षाएँ दी गई हैं, जो प्रत्येक स्त्री पुरुष के लिए और सब मत वालों के लिए हितकारी हैं । पृ० ५६ न्यो०-)