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[५४] १-२-३ उत्कृष्ट १०८ सिद्ध होवें ।
२० स्थिति- एक सिद्ध भगवान आसरी सादी अनंत और घणा सिद्धभगवान प्रासरी अनादिअनंत।
२१ समोहया असमोहया मरण-सिद्ध भगवान में मरण नहीं।
२२ चवण- सिद्ध भगवान में चवण नहीं
२३ गह-सिद्ध भगवान में आगती एक मनुष्य गति की और गति नहीं । दगडक आसरी एक मनुष्य का आवे और गति नहीं।
२४ प्राण-- सिद्ध भगवान में द्रव्य प्राण नहीं और भाव प्राण चार है। सुख सत्ता, चैतन्य और बोध । २५जोग-सिद्ध भगवान में योग नहीं अयोगी है।
॥ इति लघुदण्डक समाप्तम् ॥