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________________ | | ४१८ नवतत्त्वसंग्रहः ___अथ पंचेन्द्रियरचनागुणस्थानवत्. अथ पृथ्वीकाय, अप्, वनस्पति अपर्याप्तरचना एकेन्द्रियविकलत्रयपर्याप्तवत्. अथ तेजवायुरचनागुणस्थान १-मिथ्यात्व १, बंधप्रकृति १०५ है. आहारकद्विक २, तीर्थंकर १, देवत्रिक ३, नरकत्रिक ३, मनुष्यत्रिक ३, वैक्रियद्विक २, उंच गोत्र १ एवं १५ नास्ति. अथ त्रसकायरचना गुणस्थानवत्. अथ मनोयोग ४, वचनयोग ४, रचनागुणस्थान १३ वत्. अथ औदारिकयोग ना गुणस्थान सर्वे १४, बंधप्रकृति १२० सर्वे सन्ति, मनुष्यरचनागुणस्थानवत् सर्व. अथ औदारिकमिश्रयोगरचनागुणस्थान ४-पहिला, दूजा, चौथा, तेरमा, बंधप्रकृति ११४ है. देवायु १, नरकत्रिक ३, आहारकद्विक २ एवं ६ नही. इहां कार्मणसे मिल्या मिश्र ग्राह्य. वैक्रियद्विक २, देवद्विक २, तीर्थंकर १ उतारे. मिथ्यात्व १, हुंड १, नपुंसक १, छेवट्ठा १, एकेन्द्रिय १, थावर १, आतप १, सूक्ष्मत्रिक ३, विकलत्रिक ३, मनुष्यायु १, तिर्यंचायु १ एवं १५ विच्छित्ति. | ९४ अनंतानबंधी आदि २९ विच्छित्ति. व्यौरा तिर्यंच अपर्याप्त रचना सास्वादन गुणस्थानवत् | ७० वैक्रियद्विक २, देवद्विक २, तीर्थंकर १ मिले. अप्रत्याख्यान ४, प्रत्याख्यान ४, षष्ठ गुणस्थानकी ६, अष्टम गुणस्थानकी ३४, आहारकद्विक २ विना नवमे गुणस्थानकी ५, दशम गुणस्थानकी १६ एवं ६९ विच्छित्ति. ०००० ___अथ देवगति वैक्रियक मिश्रयोग रचना गुणस्थान ३-१।२।४, बंधप्रकृति १०२ है. सूक्ष्मत्रिक ३, विकलत्रिक ३, नरकत्रिक ३, देवत्रिक ३, वैक्रियकद्विक २, आहारकद्विक २, तिर्यंचायु १, मनुष्यायु १ एवं १८ नही. तीर्थकर १ उतारे. मिथ्यात्व १, हुंड १, नपुंसक १, छेवट्ठा १, एकेन्द्रिय १, स्थावर १, आतप १ एवं ७ विच्छित्ति. २ सा | ९४ अनंतानुबंधी आदि उद्योत पर्यंत २४ की विच्छित्ति. सौधर्म, ईशान __ अपर्याप्तिरचना सास्वादनगुणस्थानवत् माघवतीवाली ४ | १ | ७१ तीर्थंकर १ मिले. अथ देवगति वैक्रियक रचना गुणस्थान ४ आदिके बंधप्रकृति १०४ है. पूर्वोक्त सूक्ष्म आदि आहारकद्विक पर्यंत १६ नास्ति. १ | मि तीर्थंकर १ उतारे. मिथ्यात्व १, हुंड १, नपुंसक १, छेवट्ठा १, एकेन्द्रिय १, थावर १, आतप १ एवं ७ व्यवच्छेद अनंतानबंधी आदि २५ विच्छित्ति सास्वादन गुणस्थानवत ३. मि ७० मनुष्यायु १ उतारे मनुष्यायु १, तीर्थंकर १ मिले. | २ सा | ९६ |
SR No.022331
Book TitleNavtattva Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayanandsuri, Sanyamkirtivijay
PublisherSamyagyan Pracharak Samiti
Publication Year2013
Total Pages546
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size14 MB
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