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________________ ४१४ नवतत्त्वसंग्रहः ००० अथ मनुष्य रचना गुणस्थान सर्वे १४, बंधप्रकृति १२० सर्वे अस्ति. आदिके च्यार गुणस्थान यंत्र अन्य ५ मेसें लेकर सर्व गुणस्थान समुच्चयवत्. आहारकद्विक २, तीर्थंकर १ उतारे. मिथ्यात्व आदि १६ प्रकृतिकी विच्छित्ति व्यौरा मिथ्यात्व गुणस्थान रचनाथी ज्ञेयम्. २ सा | १०१/ अनंतानुबंधी आदि २५ सास्वादन गुणस्थान रचनावली अने वऋषभ १, औदारिकद्विक २, मनुष्यत्रिक ३ एवं ३१ विच्छित्ति. ३. मि | ६९ देवायु १ उतारी ४ | अ | ७१ देवायु १, तीर्थंकर १ मिले अथ मनुष्य लब्धिअपर्याप्त रचना गुणस्थान १-मिथ्यात्व, बंधप्रकृति १०९. तीर्थंकर १, आहारकद्विक २, देवत्रिक ३, नरकत्रिक ३, वैक्रियद्विक २ एवं ११ नास्ति. भवनपति, व्यंतर, जोतिषी तत्देवी ३ तथा वैमानिकदेवी रचना गुणस्थान ४ आदिके बंधप्रकृति १०३ है. सूक्ष्मत्रिक ३, विक-लत्रिक ३, नरकत्रिक ३, देवत्रिक ३, वैक्रियद्विक २, आहारकद्विक २, तीर्थंकर १ एवं १७ नही. १ मि | १०३| मिथ्यात्व १, हुंड १, नपुंसक १, छेवट्ठा १, एकेन्द्रिय १, थावर १, आतप १ एवं ७ वि० २] सा | ९६ अनंतानुबंधी आदि २५ तो सास्वादन गुणस्थानवाली विच्छित्ति ३| मि | ७० __ मनुष्यायु १ उतारे. ४ अ | ७१ मनुष्यायु १ मिले तत् अपर्याप्ति रचनामें गुणस्थान यथा संभवे तिनमे मनुष्यायु १, तिर्यंचायु १ एवं २ नास्ति. अथ सौधर्म, ईशान रचना गुणस्थान ४ आदिके बंधप्रकृति १०४ है. सूक्ष्मत्रिक ३, विकलत्रिक ३, नरकत्रिक ३, देवत्रिक ३, वैक्रियद्विक २, आहारकद्विक २ एवं १६ नही. बंध भवनपतिवत् जहां संभवे, तिहां तीर्थंकर अधिक चौथेमे. __तत् अपर्याप्तमे गुणस्थान तीन-१।२।४, बंध १०२ का. १६ पूर्वोक्त अने मनुष्यायु १, तिर्यंचायु १ एवं १८ नही. पहिले १०१, दूजे ९४, चौथे ७१ उपरवत्. ___ अथ सनत्कुमार आदि ६ कल्परचना गुणस्थान ४ आदिके बंधप्रकृति १०१ है. पूर्वोक्त (१६) सौधर्म, ईशानवाली अने एकेन्द्रिय १, थावर १, आतप १ एवं १९ नही. १ मि | १०० तीर्थंकर १ उतारे. मिथ्यात्व १, हुंड १, नपुंसक १, छेवट्ठा १ एवं ४ विच्छित्ति. २ सा | ९६ | अनंतानुबंधी आदि २५ विच्छित्ति सास्वादन गुणस्थानवत् मनुष्यायु १ उतारे ४ अ ७२ मनुष्यायु १, तीर्थंकर १ मिले.
SR No.022331
Book TitleNavtattva Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayanandsuri, Sanyamkirtivijay
PublisherSamyagyan Pracharak Samiti
Publication Year2013
Total Pages546
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size14 MB
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