SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 212
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ( १९२ ) सिद्धान्तसार है हाथपग आदिकनी इसारत जणावीने जीवने मरावे ते कायायो मरायो कहीये. एमज मारे तेने मन, वचन अने कायाथी नलो जाणे. एम बे करण ने उ जोगथी तो जीव मरे, अने एक करण ने त्रण जोगयी जलो जाणे तेनु पाप लागे. तेमज त्रण करण ने नव जोगथी बकायना जीक्ती रक्षा.करवी, दया पालवी पलाववी, अने पोतार्नु पाप टाल, अनेरानुं दलाव अने टाले तेने नलो जाणवो. ए नव जोगथी दया पालवो ने पाप टालतुं कह्यु. हवे वचनथी नपदेश दइ जीवने ठोमावे तेतो एक वचन जोगनो उपदेश . तेने वचनजोगथी रक्षा करावी दया पाली आगलानुं काप टलाव्युं, तरवंब्युं कहीये; पण आठ जोगथी रक्षा शीरोते करावे, दया पाले पलावे, पाप टाले टलावे, तर वंडे वंगवे ते कहो. अहो देवा. तुप्रीय ! कोश, जीवने मारतो होय तेने कायाना जोगथी उद्यम करी मेकावे, तथा कोश कोमो प्रमुख जीव नपर विना उपयोगे पग देतो होय तेने आमो हाथ दश बचावे, तेने कायानाजोगयी उपदेश दोधो, दया पक्षावी, रक्षा करावी बागलानुं पाप टलाव्युं अने तरतुं वंन्युं कहीये. ए कायाथी दया पलावी, तेमां जबरा कर पाप लाग्युं केम कहोडो ? तेवारे तेरापंथी कहे के “ निषियसूत्रना बारमा उद्देशाना पेहेला सूत्रमा कयु डे के, जे कोश् साधु अनुकंपा निमित्ते त्रसजीवने बांधे, बंधावे अने बांधताने नलो जाणे तेने चोमासी प्रायश्चित आवे; थने बांध्याने गेमे, बगेमावे अने बोमताने अनुमोदे तोपण चोमासी प्रायः थित श्रावे. जो बोमतां लान होय तो प्रायश्चिय केम कह्यु ?" तेनो नुत्तर. अरे देवानुप्रीय! बांधवामां तो 'कोबुणपमिया' एवो पार ले. तेनो शर्थ करवावाले को ले के " साधु अनुकंपा निमित्ते त्रस जीवने बांधे, अंधावे अने बांधताने जलो जाणे तो प्रायश्चित थावे; " पण एवर्ष पाथी मलतो नथी. जो अर्थ लख्यो प्रमाण करो तो, एज पानमा दितिया पदमो अर्थ . तेपण प्रमाण करो. वली निषिथना सत्तरमा नदेशाना अर्थमां कडं के 'फांसो खाइ मरतो होय तथा लाहे बागी होय इत्यादिक कारणे बोमे' ते अर्थ पण प्रमाण करवो. पो.
SR No.022232
Book TitleSiddhant Sar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGambhirmal Hemraj Mehta
PublisherGambhirmal Hemraj Mehta
Publication Year1908
Total Pages534
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy