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प्रधान सम्पादक :
साहित्यवाचस्पति म० विनयसागर डॉ० भागचन्द जैन 'भास्कर'
श्री हरिभद्रसूरि प्रणीत श्रावकधर्मविधिप्रकरण
(मूल, हिन्दी व अंग्रेजी अनुवाद तथा विस्तृत भूमिका)
प्राकृत भारती पुष्प - १३४ पार्श्वनाथ विद्यापीठ ग्रन्थमाला - १३२
हिन्दी अनुवाद एवं सम्पादन विनयसागर
म.
अंग्रेजी अनुवाद सुरेन्द्र बोथरा
भूमिका डॉ. सागरमल जैन
प्रकाशक
प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी