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प्रकाशक:
आगमोद्धारक प्रथमाला के एक कार्यवाहक
शा० रमणलाल जयचन्द कपड़वंज ( जि० खेड़ा )
द्रव्य सहायक:
१०००) पू० शासनकटकोद्धारक उपाध्याय श्री हंससागरजी म० ना उपदेश थी सद् गृहस्थों तरफ थी भेट
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पुस्तक प्राप्ति स्थान:
(१) श्री जैनानन्द - पुस्तकालय, गोपीपुरा, सुरत (२) श्री ऋषभदेवजी लगनीरामजी की पेढ़ी खाराकुआ उज्जैन
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