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________________ (३०) ॥ गाथार्थ ॥ सुर लोक में बावडी में मच्छ जलचर जीव छे निवेयक में बाबी नथी ते माटे बावड़ी विना जलपण नथी जलचर किहां थी होय. ३. २९४-२९५वे प्रश्न में मैथन अणुव्रत में ' मण वय' इत्यादि गाथा आई उस का अर्थः---- ... मन मैथुनः १. वचन मैथुन २ काय मथुन ३स्व स्त्री ४ परस्त्री ५ वेश्या ६ विधवा ७ रूपस्त्री ८ रूप सहगत स्त्री : कुमारी १० ए दश मैथुन जागता और सुपने में २० हुवा. ते मां श्रावकरे काय स्त्री १ विधवा २ वेश्या ३ कन्या ४ परस्त्री ५ का ज त्याग थाय ते पण एकः करण छुटा माटे. २॥ ते पण जगते रहे... २९६% प्रश्न में संसारेकिंसारं ' विषय का खुलासाः.. संसार मां श्युसार छे.ते कहे छे बे - सार--धर्म ? बीजो अधर्म स्त्री भोगादि २.ते मां पण धर्मजसार छे केम के तेथी सुख मिले छे ते धर्म में सम्यग् दशर्न
SR No.022052
Book TitleRatnasar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTarachand Nihalchand Shravak
PublisherTarachand Nihalchand Shravak
Publication Year1899
Total Pages332
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati & Book_Devnagari
File Size14 MB
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