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वा माससिंबलियाई वा सिंबलिसिंबलियाई वा एरंडमिंजियाइ वा उहे दिना सुक्का समाणी फुडित्ताणं एगंतमंतं गच्छइ, एवं खलु | गोयमा!०, कहत्रं भंते! निरिक्षणयाए अकम्मस्स गती ०?, गोयमा ! से जहानामए-धूमस्स इंधणविष्यमुक्कस्स उ वीससाए निव्वाघाएण गती पवत्तति एवं खलु गोयमा!०, कहन्नं भंते! पुव्वप्यओगेणं अकम्मस्स गती पं०?, गोयमा ! से जहानामए कंडस्स कोदंडविध्यमुक्कस्स लक्खाभिमुही निव्वाघाएणं गती पवत्तइ एवं खलु गोयमा ! पुव्वष्पओगेणं अकम्मस्स गई पवत्तइ एवं खलु गोयमा ! नीसंगयाए निरंगणयाए जाव पुव्वष्णओगेणं अकम्मस्स गती पं० ॥ २६४ ॥ दुक्खी भंते! दुक्खेणं फुडे अदुक्खी दुक्खेणं फुडे ?, गोयमा ! दुक्खी दुक्खेणं फुडे नो अदुक्खी दुक्खेणं फुडे, दुक्खी णं भंते! नेरतिए दुक्खेणं फुडे अदुक्खी नेरतिए दुक्खेणं फुडे ? गोयमा ! दुक्खी नेरइए दुक्खेणं फुडे नो अदुक्खी नेरतिए दुक्खेणं फुडे, एवं दंडओ जाव वेमाणियाणं, एवं पंच दंडगा नेयव्वा-दुक्खी दुक्खेणं फुडे दुक्खी दुक्खं परियायइ दुक्खी दुक्खं उदीरेइ दुक्खी दुक्खं वेदेति दुक्खी दुक्खं निज्जरेति ॥ २६५ ॥ अणगारस्स णं भंते ! अणाउत्तं गच्छमाणस्स वा चिटुमाणस्स वा निसीयमाणस्स वा तुयट्टमाणस्स वा अणाउतं वत्थं पडिग्गहं कंबलं पायपुंछणं गेण्हमाणस्स वा निक्खिवमाणस्स वा तस्स णं भंते! किं ईरियावहिया किरिया कज्जइ०१, गो० ! नो ईरियावहिया किरिया कज्जति संपराइया किरिया कज्जति, से |केणट्टेणं०?, गोयमा ! जस्स णं कोहमाणमायालोभा वोच्छिन्ना भवंति तस्स णं ईरियावहिया किरिया कज्जइ नो संपराइया किरिया कज्जइ, जस्स णं कोहमाणमायालोभा अवोच्छिन्ना भवंति तस्स णं संपराइया किरिया कज्जइ नो ईरियावहिया, अहासुतं रीयमाणस्स ॥ श्रीभगवती सूत्रं ॥
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५. सागरजी म. संशोधित
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