________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मलयेन्दुमूरिकतटीकासहितः / -- - लज्यायपातिते तदूर्ध्वकोष्ठाझा धनुरंशा भवन्ति शेषं षष्ट्या गुणितं तकोष्ठ काधःस्थितान्तरालेन विभक्तं धनुरं 748 26 313 / 306 45 55 8 251 IN क्रमज्याज्ञानार्थ सारणी। 563 / 625 / 686 188 क्रमज्याजानार्थ सारणी। 125 38 62 501 438. भागाः क्रमज्या अन्तरं भागा: ज्या अन्तरं For Private And Personal Use Only