________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir ( . // 44 // // 25 // CALCULASALCHURCULA म् ॥३६॥मात्वा ॥मात्वाग्निर्द्वनयीद्धूमगन्धिम्र्मोखाब्भ्राजन्त्य , उ. अ. भिविऋजग्घ्रिः // इष्टुंबीतमभिगूर्तवपटतन्तन्देवासुरप्रतिग। भ्णन्त्यश्चम् // 37 // निक्रमणन्निपदनम् // निक्रमणन्निपदनं / विवर्तन्यच्चपड्डीशमतः // यच्चपपौयचंघासिञ्जघाससर्वातातेs अपिदेवेष्ष्वस्तु॥३८॥यदश्चोय // यदश्चोयुवासऽउपस्तृणन्त्य / धीवासंय्याहिरण्यान्यस्म्मै // सन्दानमन्तम्पडीशम्प्रियादेवे | // 4 // ष्ष्वामियन्ति॥३९॥[८] यत्तै। सादेमहेसाशूकृतस्युपाष्ष्यों For Private And Personal