________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir QuarewewewewaRaNiAmermNamna // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 9 // त्॥७०॥ इतिदुःखंतदाचासीहःकुक्षौतुशांभवं // ववृधेतेजसाक्षिप्तंदशमासा 2 गतास्तदा // 71 // नापश्यत्प्रसवोपायंबहुदुःखपरायणः // देवान्वैशरणं प्रापगर्भमोचनहेतवे // 72 // तेदेवावह्निनासाकंप्रापुगंगांपयस्विनीं // गंगास्तोत्रेणतांस्तुत्वाप्रार्थयामासुरंजसा // 73 // त्वंमातासर्वलोकानांत्वमे-S शवजगतांगतिः // देवतार्थतुत्वंभद्रेधत्स्वतेजस्तुशांभवं // 74 // तहतेर्वर्धते / गर्भोनास्त्रीत्वात्प्रसवोऽस्यच // तस्मादहिंचनःसर्वान्समुद्धरदयांकरु // 75 // इत्येवंप्रार्थितादेवीतथास्त्वितिवचोऽब्रवीत् // देवास्तुवह्नयेप्राहुर्मत्रंगर्भविमो-8 चनं // 76 // तन्मंत्रादर्भमाकृष्यव्यसृजद्धव्यवाहनः // गंगायांशांभवंतेजो भास्वरंलोकदुःसहं // 77 // साचोदाकतिचिन्मासान्नशशाकततःपरं // नि-18 ಜನಜನಕನಳನಳನಳನಳಿನಂತೆ ಷ For Private and Personal Use Only