________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir OURQUARRRORROAARAKHARASHARAMORE // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 11 // चेऽद्ययमंत्रातुविष्णुभक्तंमहाबलं // 13 // नृणांदेवद्रुहांकालस्त्वमवेहिनचापरः॥ तस्मादेनंयमरक्षकृपांकुरुजगत्पते // 94 // नृपेणैवंस्तुतंचक्रयमहित्वानृल पांतिकं // पुनर्ययौमहाराजदेवानांपश्यतांदिवि॥९५॥ ततोयमोऽतिनिर्विघ्नो ब्रह्मणःसदर्नययौ।सददर्शसमासीनंमूर्तामर्तजनैवतं ॥१६॥सर्वाश्रयंजगबीज सर्वलोकपितामहं // उपास्यमा विबुधैलॊकपालैौदंगीश्वरैः // 97 // इति-रि हासपुराणाद्यैर्वेदैविग्रहसंस्थितैः॥ मूर्तिमद्भिःसमुद्रेश्चनदीभिश्चसरोवरैः॥९॥ ज देहवद्भिस्तथावृक्षरश्वत्थायैरशेषतः // वापीकूपतडागैश्चमूर्तिमद्धिश्चपर्वतैः / // 99 // अहोरात्रैस्तथापक्षैर्मासैःसंवत्सरैस्तथा // कलाकाष्ठानिमेषैश्चऋ 1 देहधारिभिः / REETसान्टामा बालर For Private and Personal Use Only