________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
36. सर्वार्थसिद्धि 5/38 37. पंचास्तिकाय समयव्याख्या 5 38. आलापपद्धति, परीक्षामुख 4/8 एवं परमात्मप्रकाश 57 39. सर्वार्थसिद्धि 5/38 40. तत्त्वार्थराजवार्तिक 1/29 41. द्रव्यस्वभावप्रकाशकनयचक्र 17; जैन सिद्धान्त प्रवेशिका पृ. 38 42. तेहिं पुण पज्जाओ - प्रवचनसार 93 43. परमभावप्रकाशकनयचक्र पृ. 188 44. प्रवचननवनीत भाग 4 पृष्ठ 225 से 230 का सार-संक्षेप 45. उप्पादट्ठिदिभंगा विज्जंते पज्जयेसु पज्जाया। दव्वे हि संति णियदं तम्हा दव्वं हवदि सत्वं ॥ -
प्रवचनसार 101 46. प्रवचनसार, 99 47. तत्त्वप्रदीपिका प्रवचनसार 93 48. तात्पर्यवृत्ति पंचास्तिकायसंग्रह 16 49. तत्त्वप्रदीपिका प्रवचनसार 92 50. तात्पर्यवृत्ति प्रवचनसार 16 51. तात्पर्यवृत्ति प्रवचनसार 93 52. तात्पर्यवृत्ति पंचास्तिकायसंग्रह 16 एवं तत्त्वप्रदीपिका प्रवचनसार 93 53. तात्पर्यवृत्ति प्रवचनसार 93 54. आलापपद्धति, द्रव्यस्वभावप्रकाशकनयचक्र परिशिष्ट 1/211-212 55. द्रव्यस्वभावप्रकाशक नयचक्र 17 56. वृहद्नयचक्र 17-19 57. तात्पर्यवृत्ति पंचास्तिकायसंग्रह 16 58. धवला 4/337 59. वही 60. तात्पर्यवृत्ति नियमसार 15 61. तत्त्वार्थश्लोकवार्तिक 1/33/60 62. अशोककुमार जैन, जैनदर्शन में द्रव्य-गुण-पर्याय के भेदाभेदवाद की अवधारणा, पृ. 6
(लेख) 63. जैन सिद्धान्त सूत्र प्रश्न 50-60 पृ. 156-157 64. प्रवचनसार, 111-114 65. जयधवला पुस्तक 1 पृष्ठ 206-207
258 :: जैनधर्म परिचय
For Private And Personal Use Only