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मुतः| न पश्गेमु. ११ प हेगौतमपंणग्यानादिककरीमोटामुक्तिनापंथप्रवर्तवानो ग आएछे ममोक्षमार्गप्रने वित्र बिसेष विशुनिभेकरीज अ-० ए६ नतिन्नोसि पहंमहालयं पेगेटो
गसिमणं संकरीने विसोहिया थीमुक्ति पामे नेमाटे सन्समयमात्रपदा गो० हे गौतम मथाप्रमादी मकरप्रयाद ३२ अ असमर्थ ज जैम ला त्मारनो नुपामपहार विषममार्ग समयं गोयम मापमायए ॥३२॥ अबखे जह लारवाहए जइतेपश्चात्तापकरे नेमतुंरषेविक विषम मामारराने प्रवेश परूपडे प पश्चात्तापकरेरणे सन् समयमात्रपणा हेगौतम माध्मकरप्रमादम मामग्गे 'विसमो वगाहिया करीने पग पगफतावए समयं गोयम मापमायए ॥ थाप्रमादी ३३ तिन्हेगौतमनस्थोहि निश्वेचे संसाररूपसमुड़ने कि किसुपसि चिन्नलोरहेने निव समुड तीरकांगनेपाम्योथकों ३३॥ निन्नो। हिसिअन्नमहं किंपुएर चिचसि तीरमाग अन्नत्तावसोथाएपाद संसार नापारनेजावाने तेमाटे स-समयमात्रपण हेगौतम मकरप्रमाद ३५ अ सिड्यावानी वसपकोपीला अलितुरं पारगमित्तए... समयं गोयम मापमायए ॥३॥ अकले वरसेणिमा पश्रेणीने नुम् सूचीकरीने नेणेंकरीने गो हेगौतमलोल लोकप्रने गन्जाइस सिझसोकलेखचक्रादिनुपपवरहिन सन् सर्वप्रधानतमा ९६ स्सिया सिवं सिम् गोयम सोयं गबसिकेवो रखेमंच सिबं अत्तरं ॥
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