________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www. kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir उपमितिभवप्रपञ्चा कथा। सिवर्षिप्रणीता। नमो निर्नाशिताशेषमहामोहहिमालये। लोकालोकामलालोकभावते परमात्मने // 1 // नमो विशुद्धधर्माय स्वरूपपरिपूर्तये / नमो विकारविस्तारगोचरातीत मूर्तये // 2 // नमो भुवनसंतापिरागकेसरिदारिणे / प्रशमामृतहप्ताय नाभेयाय महात्मने // 3 // नमो देषगजेन्द्रारिकुम्भनिर्भेदकारिणे / अजितादिजिनस्तोमसिंहाय विमलात्मने // 4 // नमो दलितदोषाय मिथ्यादर्शनसूदिने / मकरध्वजनाशाय वौराय विगतद्विषे // 5 // अथवा // अन्तरङ्ग महामैन्यं समस्तजनतापकम् / दलितं लौलया येन केनचित्तं नमाम्यहम् // 6 // समस्तवस्तुविस्तारविचारापारगोचरम् / वो जैनेश्वरं वन्दे सूदिताखिलकलापम् // 7 // For Private And Personal Use Only