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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - तुलसी शब्द-कोश रिभाई : रिझाइ । मा० ६.२४.२ रिझाएँ: क्रि०वि० । रिझाने से, अनुकूल एवं सन्तुष्ट करने से । 'कहहु सिधि लोक रिझाएँ । मा० १.१६२.२ रिझाव : आ०उए० | रिझाऊँ, अनुकूल करूँ, मनाऊँ । 'तुलसिदास प्रभु सो गु 925 जेहि सपनेहुँ तुमहि रिझावों ।' विन० १४२.११ रितई : भूकृ० स्त्री० । रिक्त कर दी, छूछी कर डाली । 'मही मोद मंगल रितई है ।" विन० १३६.६ रितऍ : क्रि०वि० । रिक्त करने पर । 'को भरिहे हरि के रितएँ ।' कवि० ७.४७ रितए : भूकृ०पु०ब० । रिक्त किये। 'देत सबनि मंदिर रितए ।' गी० १.३.६ रितवे : आ०प्र० (सं० रिक्तयतिरिक्तं करोति > प्रा० रित्तवइ ) । छूछा ( रिक्त) करता या कर सकता है । 'रितर्व पुनि को हरि जो भरिहै ।' कवि ० ७.४७ अ० रित्तवहि ) । छूछा जा०मं० ८० रितर्वाह : आ०प्रब० (सं० रिक्तयन्ति > प्रा० रितवंति करते हैं (उंडेलते हैं) । ' कलस भरहि अरु रितवहि ।' रितु : सं०पु० + स्त्री० (सं० ऋतु) । वर्ष का छठा भाग जो दो मास का होता है- बसन्त = = चैत्र वैशाख, ग्रीष्म ज्येष्ठ - आषाढ़, वर्षा = श्रावण-भाद्रपद, शरद् = आश्विन - कार्तिक, हेमन्त = मार्गशीर्ष पौष, शिशिर = माघ फाल्गुन |मा० १.१६ = रितुन्ह : रितु + संब० । ऋतुओं (में) । 'सकल रितुन्ह सुखदायक ।' गी० ७.२१.२ रितुराज, जा : बसन्त ऋतु । मा० २.१३३; १.८६.६ रितुराजू, जू : रितुराज + कए । अद्वितीय बसन्त । 'सो मुद मंगलमय रितुराजू ।" O मा० १.४२.३ रितो : आ० - आज्ञा - मए० (सं० रिक्तय- रिक्तं कुरु > प्रा० रित्तव ) । तू रीता कर, उँडेल कर खाली कर ले । 'साँवर रूप सुधा भरिबे कहूँ नयन कमल कल कलस रितो री ।' गी० १.७७.२ रिद्धि : सं० स्त्री० (सं० ऋद्धि ) । ऐश्वर्यं । रिद्धि सिद्धि संपत्ति सुख ।' मा० १.६५. ( विकास, सफलता, सम्पत्ति, प्रचुरता, सौभाग्य, औदात्य, महिमा, लोकोत्तरता, पूर्णता - इतने अर्थ समूह को 'ऋद्धि' कहते हैं । पार्वती और लक्ष्मी को भी इस नाम से जाना जाता है । 'ऋद्धि' और 'सिद्धि' गणेश- पत्नियाँ भी कही गयी हैं । ) I For Private and Personal Use Only रिधि : रिद्धि | मा० १.३४५.२ रिन : (१) सं०पु० (सं० ऋण > प्रा०रिण) । ब्याज पर लिया हुआ धन । रिपु रिन रंच न राखब काऊ ।' मा० २.२२६.२ (२) धर्मशास्त्र में तीन ऋॠण = = ऋषि ऋण, देव ऋण और पितृ ऋण ।
SR No.020840
Book TitleTulsi Shabda Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBacchulal Avasthi
PublisherBooks and Books
Publication Year1991
Total Pages612
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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