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नदोरतोलेापानी पीस के नौरथाक केपनानगर परपीलेहो के गिरपडे हों लगाकेतहकरके सुधावै औरएक कूलडामेंषके कपरोटी करके जलावेठस कीभस्मयोडीमूह में राधेतीवहतजलदी-नारामही
अफसल सेंतालीसवी। उदको बलदेनेवाले श्रीरभोजन पचानेवालेात्री रवादी-ौरवायगीलाावायशूलदूरकरनेवालेचूरनों मसफ॥ उदरकोषनधान करै विधि। सीतलचौनी जटामासीनरकचूरारूमीमस्तंगी। मी अनारकेशने विजोरेकाछिलका।पाँचश्मा सेोलोगजावित्रीनीनरमासे।कच्चाऋगरतोलभर
औरसवकीवरवरसुपेदरालेनसथवा पहचूरनजदर के विगरजानेको चौरजलनकाऔर अचेतनता कोदूरकरे औरभोजनकोपचावैौरमों हकीरगंधीको दूरकरैदिलीरमस्तकको वलया प्रकाविधिगतजापवजाचगरातगरामस्तगी जवाई। राम तुलसीकालाजीरादालचीनी छडीला दोनोंइलायची। मिर्चीपीपर।सोहा लोंगायफल। भीगेश्यनारदानों सववएवरोरसवकीवरावरमि|| श्री लेनी सफवजूरजदरकोवलघाप्तकरे नीरवायको दूर करे विधिाकालाजीयातजाश्च जवापमानजमोदावडी इलायची केदानेछन्मा सोलोंगरमासेोप्तोंडापीपर पाँचमासोचौरसवसेडी बाखूएलेना।सफफाक्षुधालगाने मेंश्नपनेतुल्य नहीषताहविधासाभरनॉनश्राधपावफोडके।
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