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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - - - तमायूकाचूरनकरके वामें मिलावैौरदोंनोंचंदर नागरातगरालोंगादोनोंदलायचीनिागरमोथा। वालछडालूडीलाानरकचूर छैरमासेापानडीछे तोले चूरन करके मिलायरा २१दिनपीछे थोडाय हरवमीरा वानमाधू में जिसमें वरावरका गुडमिलाके कुटाहो वामें मिलावैभवभीराकस्तूरीकावा लिसकस्तूरीदोमासेपानी में घोलके माधपावनमा धूकेचूरन मेंमलैऔरजायफलाजावित्री।लोंगाचा रभासेचूरन करकेपावसेरगुडकीचाशनी में मिला|| के वातमाघू में मिलारखंयोडायहरवमीरालेको तैयारतमाघूमें मिलाकेकाम मेंलावैगरवमीराशी नासापकायंत्रासाश्रीरएडपावरसेर चाशनीक रकेमाधपावतमाधुकाचूरनकरके मिलावैगखड़ी लावालछडानागरमोथा।कपूरकचीलांगाएक२ तोलाचूरन करके मिलाके माटीकेवासनवंदकर केराधेचीरदोतीनवरहाथ सेमलकेवाकेपीछत्ते। यारतमाघूमें मिलाके कामलावै॥केलानोरका चहल-खोररुदकारखमीराइसीप्रकारसेवनारा याजाताहैरवमीरासेवकागपावरसेवकाम पिावरसपातमाधुकरके मिलावै।छोटीइला यचीकेदाने सुपेदचंदनदोरतोलेाचूरन कर केमि लावैऔर माँटीकेवासन बंदकरके २१दिनताई। धरती मेंगाडे वासेपीलेनैयारतमाघूमें मिलाकेक मलावैपक्के मामलेतथागुठलीनिकालकेस परबैकारखमीराभीयाही कारसेबनातेहेंयोडीय For Private and Personal Use Only
SR No.020831
Book TitleTibba Ratnakar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Munshi, Bansidhar Munshi
PublisherKanhaiyalal Munshi
Publication Year1882
Total Pages292
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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