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हुत सुगंधित वस्तों के संगरखमीरहगुल कंदाएकसेर धूपको गुलकंद माधसरसूषो नमाधुश्रापसमें कूटकेमांटीकेवासन में भरके धरती मेंगाडेचालीसदिनपीछेथोडासातैयार तमामिलावैरखमीरहकनार॥धेरपके दो सेरण्डदोसेरपानी में पकोकेमल कैंयुठलीवेरे की निकालकेसेरभरसूषीनमाषूकूरकेभिला वैऔर २१दिननाईधरनी में गाडै पीछेतैयारतमा घूमें मिलावअथवा पक्कसूषेवेरकीगुठली| दूरकरके सौरगुड़-ओरतमाखू के संगटे औरयो ईदिनरषके काम में लावैधघटहो केजवकोईख भीएससनेलगताको सुगंधित अर्कमिलानामचि तहै। फसलतीसवीर रिवंजावमें यद्यपि रिवजाचके नुसषेसकडापत क्षहैं कितावीनुसघोकीकछ्दरकारनहीं है क्योंकि नीलकेपन्नोंसे कोई नन्नम नहींहोताहे परंतुणोडेस हलीरशुद्धनुसरवेलिजानेहेंस्विजावाह दी केसषेपत्तेएकभागाजंगलीनीलकेपन्नेपोचमा गप्रथकरसरमासाचूरन करके पानी में घोलके गावैचोरअंडकेपनावाँधारिखजावामीन नारकाछिलकाातथाविफलेकावकलाश्रीटाके नस्केपानी,वसमाधोलकेलगावैनोराधे| परिखजावासेलषडी।चूनासिंगमरमरकाशक ॥२भागाभुरदासिंगचारभागासुरमासाकर केराधे हाजतसमय पानी में घोलकैलगावैौरपानवों
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