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INDEX OF WORDS.
छंद (संस्कार), 30. । तथागतदुष्टचिनरुधिरोत्पाद, दुःख, 21,61, 104. चंदपरिहाणि, 79. | 60.
दुःखज्ञान, 93. छंदसमाधिप्रहाणाय (ऋद्धि- तनुनिहता, 84 (51). दुःखतः, 97. पाद), 46. तपन, 121.
दुःखनिरोध, 104. छाया, 34.
ताबनखता, 84 (1). दुःखमार्गगामिन, 104 जन्मनिदेश, LXIV note. तारा (देवी), 4.
दुःखसत्ये चत्वार साकाराः, जन्मशिता, 74. तिक्त, 36.
___ (four) XOVII. जंषुडीप, 120. तिर्यक, 57.
दुःखसमुदय, I04. जप, 3I.
तिर्यगुपपति, 134. दुःखा (वेदना), 27. जरामरण, 42.
तीक्ष्णदंष्ट्रता, 84 (56). दुःखाः सर्वसंस्काराः, 55. जरायुज, 90.
तुंगनखता, 84 (3). दुःखाधिवासनामांति, I07. जातक,62.
तुंगनासता, 84 (60). दुःखे धर्मज्ञानक्षांतिः, 96. जाति, 31, 42. तुपित, 127.
दुःखे धर्मज्ञानं, 96. जालावलवद्वांगुलिपाणिपाद- तूलसदृशसुकुमारपाणिता, 84 दुःखेन्वयज्ञानक्षांतिः, 96. तलता, 83.
(44).
दुःखेऽन्वयज्ञानं, 96. जियत्सा, 38. तृष्णा , 42.
दुरारोहा, LXIV note. जिव्हा, 24, 25, 26. तेजस्, 38, 39, 58. दुर्गतिभय, 71. जिहाविज्ञान, 25. त्यागानुस्मृति, 54.
दुर्गेध, 37. जीव, 137. त्रायस्त्रिंश, 127.
दुर्जया, LXIV note. जीवित, 31. त्रिरत्न, 81.
दूरंगमा, 64. ज्ञान, (ten) XCIII; (five) त्रिशरणगमना (अनुवरपूजा), दृश, 59. XCIV; (three) CXIV; 14.
दृष्टधर्मवेदनीय, 132. 18, I04. त्रेतायुग, 88.
दृष्टधर्मसम, 103. ज्ञानदर्शन, 23. त्रैचीवरिक, 63.
दृष्टि, (five) LXVIII. ज्ञानप्रतिशरणता, 53. दधि, 126.
दृष्टिकपाय, 91. ज्ञानबल, 75.
दान, (three) CV; 17, 18, दृष्टिपरामार्श, 68. ज्ञानवती, 65. _____19, 62.
दृष्टिप्राप्त, 103. ज्ञानवशिता, 74.
दिव्यचक्षुस, 20, 66. देव, 57. ज्ञानसंभार, II7. दिव्यश्रोत्र, 20.
देवकुलंकुल, 103. ज्ञेयावरण, 15. दीर्घ, 34.
देवपुत्रमार, 80. तथागत, (seven) VI; दीघोंगुलिता, 83.
देवानुस्मृति, 54. 137.
दीर्घायुपदेवोपपति, 134. देवी, (four) IV.
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