________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
INDEX OF WORDS.
81 काममिथ्याचार, 56. | शांतिज्ञानलक्षण (चतुरायस-| चक्ररत्न, 85. कामावचरा देवाः, (six) त्येषु), (sixteen) XCVL. | चक्रवर्तिन, II. CXXVII. धांतिबल, 75.
चक्रवाड, (two) OXXIV; काय, 24, 25, 26, 44. छामकुक्षिता, 84 (38). ____I24. कायविज्ञान, 25. वार, 126.
चक्रसंबर, XI note. . कायसाधिन, 103. क्षितिगर्भ, 12.
चक्रांकितपाणिपादतलता,83. कायस्मृत्युपस्थान, 44. धिप्रसुखाभिसंबोधि, III. चक्षुर्विज्ञान, 25.. कालसूत्र, 121. धीर, 126.
चक्षुस्, (five) LXVI; 24, काश्यप, 6. . खगर्भ, 12.
25, 26, 104. कुदृष्टि, 67. खदिरक, 125.
चतुमारकोटिपरिज्ञाय, 92. कुवेर, 7, 8. खत, 103.
चंद्र, I0. कुशलमात्सर्य, 78. खतरत्न, 85.
चांडिका, 13. कुशलमूल, (three)
खलुपश्चाद्भक्तिक, 63. चातुर्महारानकायिक, 127. CXXXVIII; 45. गगणगंज, 12, 136. चारुगामिता, 84 (16). कुशलमूल, (three) XV. गतिः , (six) LVII.
चिकित्सा, 67. कुशलसंग्राहशील, 106. गंध, (four) XxxVII; 24, चितांतरांशता, 83. . कृतयुग, 88.
25, 26, 33, 40. | चिन्न (ऋद्धिपाद), 46. कृत्यानुष्ठानज्ञान, 94. गंभीरकुक्षिता, 84 (31). चिन्नवशिता, 74. कृष्ण, 9.
गंभीरनाभिता, 84 (39). चित्तविप्रयुक्तसंस्काराः, (thirकोषगतवस्तिगुह्यता, 83. गंभीरपाणिलेखता, 84 (46).| teen) XXXI; 29. कोकृत्य, 69. गाया, 62.
चित्तविस्तरा, LXIV note. कौसीध, 30, 69, 118. गुडाकेशता, 84 (76). चिन्नसंप्रयुक्तसंस्काराः, (forty) ककुच्छंद, 6. गुरुत्व, 38.
____xxx; 29. कोध, (ten) XI; 30,69. गूढगरफता, 84 (9). चिन्नस्मृत्युपस्थान, 44. क्रेश, (six) LXVII.
गूढशिरता, 84 (7). चित्तोत्पादविरागितता, 134. क्लेशकषाय, 91. गेय, 62.
चित्रकेशता, 84 (75). क्लेशमार, 80.
गोपधनेत्रता, 83. चित्रपक्षमता, 84 (63). क्लेशावरण, II5. ग्रंथधारणी, 52.
चित्रांगुलिता, 84 (5). केशोपकर्षक, II3. वृत, 126.
चिंतामयी (adj. f.), IIo. छयज्ञान, 93.
घोषानुगा, CVII note.. चेतना, 30, II9. wife, (three) CVII; 17, घाण, 24, 25, 26. च्युत्युत्पन्निज्ञानबल, 76. 18. | प्राणविज्ञान, 25. | छत्रांगुलिता, 84 (4).
[HI. 5.]
For Private and Personal Use Only