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अर्यः
तंदुल मना, गंगावनप्पयाहिणावत्ततरंगजंगुररविकिरणबोहियकोसायपनम गंन्नीरवियडनानी, नजु-
|| यसमसहियसुजायजचतणुकसिणनियाजलडहसुकुमालमनयरमणीजरोमराई, कसविह॥ ४ ॥E] गसुजायपीणकुछी, ऊसोयरा, पनमवियडनानी, संगयपासा, सन्नयपासा, सुंदरपासा, सु..
| सारीरीते बनावेलां मुशल दर्पणनी चूड, तथा उत्तम सोनानी तलवारनी मूळसरखो अने ननम वलयाकार के मध्य नाग जेननो एवा, गंगावर्तना दक्षिणावर्त्तमा रहेला मोजांसरखी उबळेली, अने सूर्यना किरणोथी विकस्वर श्रयेल ने डोडा जेनो एवां कमलसरखी गं
नीर बेनानी जेननी एवा, सरल समपणावाली सारीरीते गोठवायेली छुट छुट सूक्ष्मः | श्यामरंगना स्निग्ध कमलसरख। सुकुमाल तथा कोमल ने रोमोनी श्रेणि जेननी एवा, म. त्स्यविहंग नामना पंखीनीपे सारीरीते गोठवायेली के पुष्ट कुक्षि जेननी एवा, मत्स्यसमा
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BIHARIHSHIP
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